Quad Meeting: क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए टोक्यो पहुंचे जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ की बैठक
Jaishankar Met Blinken In Tokyo 29 जुलाई को क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। इससे पहले रविवार को जयशंकर की मुलाकात अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने टोक्यो में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर मुलाकात की।
तोक्यो, पीटीआई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर टोक्यो पहुंचे। भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने जयशंकर का जापान में स्वागत किया। जापान में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया के माध्यम से मंत्री के आगमन की पुष्टि की।
बता दें कि 29 जुलाई को क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। इसमें ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष राजनयिक एक साथ शामिल होंगे। यह बैठक इस साल की शुरुआत में हिरोशिमा में आयोजित नेताओं के शिखर सम्मेलन और उसके बाद न्यूयॉर्क में हुई अनुवर्ती बैठक के बाद हो रही है।
Great to catch up with @SecBlinken in Tokyo today.
Our bilateral agenda progresses steadily. Also had a wide ranging discussion on regional and global issues.
Look forward to attending the Quad FMM tomorrow.
🇮🇳 🇺🇸 pic.twitter.com/TMGwHKHciT— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 28, 2024
एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात और बैठक
इससे एक दिन पहले यानी रविवार को जयशंकर की मुलाकात अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने टोक्यो में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर मुलाकात की।
जयशंकर ने एक्स पर बैठक की दो तस्वीरें भी साझा की और कहा, 'आज टोक्यो में ब्लिंकन से मिलकर बहुत अच्छा लगा। हमारा द्विपक्षीय एजेंडा लगातार आगे बढ़ रहा है। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा हुई। कल क्वाड एफएमएम में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।'
QUAD की स्थापना क्यों?
नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने क्वाड की स्थापना के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के लिए एक नई रणनीति विकसित करने पर इसका फोकस रहा है।
दक्षिण चीन सागर प्रशांत और हिंद महासागर के बीच के जंक्शन पर स्थित है। चीन दक्षिण चीन सागर के अधिकांश हिस्से पर अपना दावा करता है, जबकि फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान समुद्री क्षेत्र पर जवाबी दावे करते हैं।
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