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India Taiwan Relations: भारतीयों को जल्द 'वीजा ऑन अराइवल' देगा ताइवान, लुक ईस्ट पॉलिसी पर उप विदेश मंत्री ने क्या कहा?

ताइवान भारतीय यात्रियों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उप विदेश मंत्री तियेन चंग-क्वांग ने कहा कि वीजा प्रक्रिया सरल करने का उद्देश्य भारत से संबंधों को मजबूत करना और भारतीयों को ताइवान आने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय बड़ी संख्या में यात्रा करते हैं इसलिए हम वीजा ऑन अराइवल पर सक्रियता से विचार कर रहे हैं।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Wed, 19 Jun 2024 08:10 PM (IST)
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भारतीय यात्रियों के लिए वीजा आन अराइवल की सुविधा देने पर विचार कर रहा ताइवान। फाइल फोटो।
एएनआई, ताइपे। India Taiwan Relations: ताइवान भारतीय यात्रियों को 'वीजा ऑन अराइवल' की सुविधा देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। आगमन पर वीजा, यानी यात्रियों को ताइवान पहुंचने पर एयरपोर्ट पर वीजा दे दिया जाएगा।

भारत से संबंधों को मजबूत करना उद्देश्यः चंग-क्वांग

उप विदेश मंत्री तियेन चंग-क्वांग ने कहा कि वीजा प्रक्रिया सरल करने का उद्देश्य भारत से संबंधों को मजबूत करना और भारतीयों को ताइवान आने के लिए प्रोत्साहित करना है। ताइपे में मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए ताइवान के उप विदेश मंत्री क्वांग ने कहा कि वीजा ऑन अराइवल पर निर्णय लेने से पहले हमें ताइवान के आव्रजन विभाग से प्रस्ताव को लेकर आंतरिक चर्चा की जरूरत है।

बड़ी संख्या में ताइवान जाते हैं भारतीय

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय बड़ी संख्या में यात्रा करते हैं, इसलिए हम वीजा ऑन अराइवल पर सक्रियता से विचार कर रहे हैं। उप विदेश मंत्री ने कहा कि हम भारत के साथ सुविधाजनक पर्यटन और व्यापारिक यात्राओं को बढ़ावा देना चाहते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि जब भारत ने 1991 की शुरुआत में 'लुक ईस्ट पॉलिसी' की पहल की तो और ताइवान और भारत दोनों ने वीजा प्रतिबंधों को ढीला कर दिया था।

ताइवान को अपना प्रांत बताता है चीन

मालूम हो कि यह बदलाव तब आया है जब ताइवान के उप विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति लाई चिंग-ते और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच संदेशों के आदान-प्रदान पर चीन के एतराज को मजबूती से खारिज कर दिया। उल्लेखनीय है कि चीन ताइवान को अपना एक प्रांत बताते हुए दावा करता है।

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