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नेपाल के PM प्रचंड की भारत यात्रा आंतरिक कारणों से जून तक टली, शीर्ष सहयोगी ने दी जानकारी

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की भारत की प्रस्तावित यात्रा में हाल के उपचुनावों में झटके सहित आंतरिक कारणों से और देरी हुई है और यह संभावना नहीं है कि उनकी पहली विदेश यात्रा जून से पहले होगी।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 29 Apr 2023 04:23 PM (IST)
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नेपाल के PM प्रचंड की भारत यात्रा आंतरिक कारणों से जून तक टली

काठमांडू, एजेंसी। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की भारत की प्रस्तावित यात्रा में हाल के उपचुनावों में झटके सहित आंतरिक कारणों से और देरी हुई है और यह संभावना नहीं है कि उनकी पहली विदेश यात्रा जून से पहले होगी।

प्रचंड का भारत दौरा टला

यह दूसरी बार है जब प्रचंड का भारत दौरा आंतरिक कारणों से टाला गया है। पिछले साल दिसंबर में तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद भारत की यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी।

प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी प्रचंड ने शनिवार को पीटीआई को बताया कि नेपाल सरकार आगामी वित्तीय वर्ष के लिए मई के अंत में अपना वार्षिक बजट पेश करने की तैयारी कर रही है और प्रधानमंत्री की भारत यात्रा उसके बाद ही होगी।

जून से पहले नहीं होगी यात्रा

एक सहयोगी ने बिना अपना नाम बताए कहा कि आंतरिक कारणों से प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावित यात्रा में और देरी हुई है और यह संभावना नहीं है कि पहली विदेश यात्रा जून से पहले होगी। इससे पहले सरकार 2 मई से तीसरे हफ्ते के बीच प्रचंड के भारत दौरे की तैयारियों में जुटी थी।

नेपाल में हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों ने भी 68 वर्षीय प्रधानमंत्री को देश में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए यात्रा पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर किया है।

इस महीने जिन तीन सीटों के लिए उपचुनाव हुए थे, उनमें से सत्तारूढ़ गठबंधन को दो सीटें गंवानी पड़ीं, एक तन्हू में - 1 और दूसरी चितवन में - 2. केवल जनता समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र यादव जीतने में कामयाब रहे बारा-2 को सत्तारूढ़ गठबंधन का समर्थन प्राप्त है।

उपचुनाव में दो सीटों पर जीत हासिल करने वाली राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP) ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह वर्तमान स्थिति में प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल नहीं होगी और वह इस बात पर अपने रुख की समीक्षा कर रही है कि बाहर से गठबंधन सरकार को अपना समर्थन जारी रखा जाए या नहीं।

टीवी पत्रकार से नेता बने रवि लामिछाने चितवन - 2 से जीते जबकि जाने-माने अर्थशास्त्री स्वर्णिम वागले ने तन्हू - 1 से जीत हासिल की।

प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार के अस्तित्व के लिए प्रतिनिधि सभा में 21 सीटों के साथ आरएसपी का समर्थन महत्वपूर्ण होगा।

प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर चर्चा हुई पूरी

नवगठित आरएसपी की जीत वरिष्ठ नेताओं द्वारा संचालित बड़े दलों के लिए शर्मनाक हार थी। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में, नेपाली कांग्रेस ने सत्तारूढ़ गठबंधन के समर्थन से अपने उम्मीदवार उतारे थे।

नए 8 दलों के प्रचंड के नेतृत्व वाले गठबंधन में नेपाली कांग्रेस, सीपीएन-माओवादी केंद्र, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी, जनमत पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनमोर्चा शामिल हैं।

इस बीच, नवनियुक्त विदेश मंत्री एन पी सऊद ने कहा कि प्रचंड की आगामी भारत यात्रा को सार्थक बनाने के लिए सरकार बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार यात्रा को उपयोगी बनाना चाहती है, उन्होंने सरकारी दैनिक गोरखापात्र को बताया।

उन्होंने कहा कि हम एक परिणामोन्मुख कार्यक्रम (result-oriented schedule) पर काम कर रहे हैं और प्राथमिकताएं तय करने के लिए भव्य तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के संबंध में विभिन्न मंत्रालयों के बीच प्रारंभिक चर्चा पूरी हो चुकी है।

सऊद ने कहा कि तैयारियों के तहत उनके नेतृत्व में अंतर-मंत्रालयी चर्चा का पहला चरण पहले ही संपन्न हो चुका है। अप्रैल के मध्य में विदेश मंत्री नियुक्त किए गए सऊद ने कहा कि हम अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को और मजबूत करने की दृष्टि से राष्ट्रीय हित को केंद्र बिंदु पर रखते हुए आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि नेपाल विदेश नीति के मूल सिद्धांतों में स्थिर रहा है।