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यूक्रेन को मिला तुर्किये का साथ, एर्दोआन ने NATO में शामिल करने का किया समर्थन; बोले- सदस्यता का हकदार

यूक्रेन के नाटो की सदस्यता के दावे का समर्थन करने के साथ ही तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने यूक्रेन के साथ रूस के खाद्यान्न निर्यात समझौते को जारी रखने के लिए प्रयास करने की बात कही है। कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगस्त में होने वाली तुर्किये यात्रा के दौरान वह इस मसले पर उनसे बात करेंगे।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sat, 08 Jul 2023 09:49 PM (IST)
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यूक्रेन को मिला तुर्किये का साथ, एर्दोआन ने NATO में शामिल करने का किया समर्थन (फोटो ट्विटर)
इस्तांबुल, रायटर। यूक्रेन के नाटो की सदस्यता के दावे का समर्थन करने के साथ ही तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने यूक्रेन के साथ रूस के खाद्यान्न निर्यात समझौते को जारी रखने के लिए प्रयास करने की बात कही है। कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगस्त में होने वाली तुर्किये यात्रा के दौरान वह इस मसले पर उनसे बात करेंगे।

हालांकि, रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने पुतिन के तुर्किये दौरे का कार्यक्रम निर्धारित होने से इनकार किया है। एर्दोगन ने खाद्यान्न निर्यात समझौते को लेकर यह बात यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ साझा प्रेस कान्फ्रेंस में कही है।

समर्थन जुटाने के लिए तुर्किये पहुंचे जेलेंस्की

जेलेंस्की यूक्रेन के नाटो में प्रवेश के लिए समर्थन जुटाने के वास्ते तुर्किये पहुंचे थे। इससे पहले उन्होंने बुल्गारिया, चेक गणराज्य और स्लोवाकिया का दौरा किया था। जेलेंस्की की मांग है कि यूक्रेन को नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल करने को लेकर अगले सप्ताह लिथुआनिया में हो रही सदस्य देशों के नेताओं की समिट में स्पष्ट घोषणा हो।

राष्ट्रपति जो बाइडन भी होंगे समिट में शामिल

इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी शामिल होंगे। एर्दोगन ने कहा, 17 जुलाई को खत्म हो रहे रूस-यूक्रेन खाद्यान्न निर्यात समझौते को तीन महीने और बढ़ाए जाने के लिए वह रूसी राष्ट्रपति से वार्ता करेंगे। यह समझौता विश्व में खाद्यान्न की उपलब्धता और उसके मूल्यों में स्थिरता बनाए रखने के लिए जरूरी है। जबकि रूस ने इस समझौते को आगे न बढ़ाने की बात कही है। कहा है कि समझौते में रूसी हितों की अनदेखी हो रही है।

एर्दोगन और जेलेंस्की के बीच कई मुद्दों पर हुई चर्चा

विदित हो कि रूसी नौसेना की काला सागर में की गई घेराबंदी से वहां से यूक्रेनी जहाजों के आवागमन के लिए रूस की सहमति जरूरी है। एर्दोगन और जेलेंस्की के बीच रूस में कैद यूक्रेनी नागरिकों की रिहाई पर भी चर्चा हुई। रूस में सैकड़ों की संख्या में यूक्रेनी बच्चे भी कैद हैं, जबकि रूस कहता है कि उसने युद्ध की विभीषिका से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें संरक्षण दे रखा है। जेलेंस्की ने कहा, हम अपने सभी कैदियों की रूस से रिहाई चाहते हैं।