'निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की' पाकिस्तान चीफ जस्टिस ने कार्यवाहक सरकार की उपयोगिता पर उठाए सवाल
पाकिस्तान चीफ जस्टिस ने कार्यवाहक सरकार की उपयोगिता पर सवाल उठाए है। पाक CJI काजी फैज ईसा ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है न कि कार्यवाहक सरकार की। बता दें कि देश में बिना कार्यवाहक सरकार के दो बार चुनाव हो चुके हैं। वर्तमान में कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर देश में शासन व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे हैं।
पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस काजी फैज ईसा ने कार्यवाहक सरकार की उपयोगिता और उद्देश्य पर सवाल उठाया है। चीफ जस्टिस ईसा ने कहा है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है न कि कार्यवाहक सरकार की।
चीफ जस्टिस ने मंगलवार को देश में समय पर चुनाव कराने के अनुरोध से संबंधित एक मामले की मंगलवार को सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। जस्टिस ईसा ने कहा, 'संविधान के अनुसार, पारदर्शी चुनाव की जिम्मेदारी पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के पास है। जब यह जिम्मेदारी ईसीपी में निहित है तो कार्यवाहक सरकार की क्या आवश्यकता है।'
तीन सदस्यीय पीठ का नेतृत्व कर रहे जस्टिस ईसा
तीन सदस्यीय पीठ का नेतृत्व कर रहे जस्टिस ईसा ने कहा कि सैन्य तानाशाह जनरल जियाउल हक ने संविधान में कार्यवाहक सरकार का विचार पेश किया था, लेकिन उसने खुद इसे लागू नहीं किया। जनरल जिया ने आठवें संवैधानिक संशोधन के माध्यम से कार्यवाहक सरकार का प्रस्ताव लाया था। लेकिन, जब मोहम्मद खान जुनेजो की सरकार को बर्खास्त कर दिया गया तो कार्यवाहक सरकार का गठन नहीं किया गया।
पाकिस्तान में अगले साल होंगे चुनाव
देश में बिना कार्यवाहक सरकार के दो बार चुनाव हो चुके हैं। वर्तमान में कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर देश में शासन व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे हैं। देश में अगले साल जनवरी में चुनाव होने की संभावना है।
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