बाइक से शिमला, मनाली या लद्दाख जाने का बना रहे प्लान? ड्राइविंग के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपके पास बाइक चलाने का अच्छा अनुभव है फिर भी पहाड़ों पर ओवर स्पीड में बाइक चलाने से बचें क्योंकि इन जगहों पर कहीं पर भी अंधा मोड़ हो सकता है और बड़े हादसे होने की संभावनाएं रहती हैं।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। नवंबर-दिसंबर के मौसम में मोटरसाइकिल से पहाड़ों पर घूमने का मजा ही कुछ और होता है और कई लोग इस दौरान बाइक से पहाड़ों पर घूमने का प्लान बना रहे हैं। इसलिए, आपको कुछ अहम बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको पहाड़ों पर ड्राइव करते समय जरूर ध्यान देना चाहिए। ताकि, आपकी ये ट्रिप सबसे बेस्ट ट्रिप में से एक बन जाए।
एक पहाड़ों पर बाइक ले जाने से पहले एक बार अपने मोटरसाइकिल सर्विसिंग जरूर करवाएं या फिर उसको किसी लोकल मकैनिक को जरूर दिखाएं, ताकि अगर बाइक में कोई समस्या है जैसे - आगे की फॉग लाइट, इंजन, क्लच प्लेट और इंजन ऑयल आदि। तो उसे फौरन ठीक करवा लें ताकि बीच पहाड़ पर आपकी बाइक धोखा न दे।
पहाड़ों पर बाइक चलाना है या फिर लॉन्ग ड्राइव पर जाने के लिए आपको एक खासतौर के कपड़े पहनना अनिवार्य है, इससे आपकी सेफ्टी रहती है। इन कपड़ो को Riding gear कहते हैं। राइडिंग गियर में आपको लेग गार्ड, आर्म गार्ड, हैंड गार्ड आदि शामिल होते हैं। इनका काम किसी भी दुर्घटना की स्थिति में आपके शरीर को ज्यादा चोट पहुंचने को कम करने का है।
पहाड़ों पर बाइक में ओवरहीटिंग की समस्या अधिक होती है। इसलिए, आप पहले से इसकी तैयारी कर लें, मतलब ये कि जब यह पहाड़ों पर अपनी बाइक को लेकर जाए 20-25 मिनट का ब्रेक जरूर लें। इस दौरान आप पहाड़ों की हसीन वादियों का आनंद भी ले सकते हैं और साथ ही साथ आपकी बाइक भी ओवरहीट से बची रहेगी।
पहाड़ों के जो रास्ते होते हैं असल में वह टेढ़े-मेढ़े होते हैं अगर आपके पास पहाड़ों पर बाइक चलाने का पू्र्व अनुभव नहीं है या फिर अगर आपके पास अनुभव है फिर भी पहाड़ों पर ओवर स्पीड में बाइक चलाने से बचें, क्योंकि इन जगहों पर कहीं पर भी अंधा मोड़ हो सकता है और बड़े हादसे होने की संभावनाएं रहती हैं।