लगातार दूसरी बार सूबे की सरकार में मंत्री बने सुनील कुमार
- 2020 में पहली बार भोरे से विधायक चुने गए सुनील कुमार
- पहली बार एनडीए के सरकार में बने थे मद्य निषेध व निबंधन मंत्री
संवाद सूत्र, भोरे (गोपालगंज) : वर्ष 2020 में पहली बार जदयू के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे सुनील कुमार लगातार दूसरी बार सूबे के मंत्री बने हैं। इसके पूर्व एनडीए की सरकार में भी वे सूबे के मद्य निषेध व निबंधन मंत्री बने थे। सुलील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार भी भोरे से विधायक रहे। विधानसभा का चुनाव लड़ने के पूर्व सुनील कुमार बिहार के डीजी के पद से सेवानिवृत हुए थे।
सूबे के मंत्री बने सुनील कुमार के पिता स्वर्गीय चन्द्रिका राम बिहार सरकार में मंत्री के अलवे संविधान सभा के सदस्य भी रहे हैं। सुनील कुमार पहली बार विधायक बनने के बाद मंत्री मंडल विस्तार में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री बनाए गए थे।
भोरे विधानसभा से विधायक सुनील कुमार को एक बार फिर नीतीश कुमार मंत्रीमंडल में मंत्री बनाया गया है। इस बार भी उन्हें उनका पुराना विभाग मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्रालय ही आवंटित किया गया है। उनके मंत्री जाने के बाद समर्थकों और कार्यकर्ताओं में काफी खुशी व्याप्त है। मालूम हो कि विजयीपुर प्रखंड के महुआवां गांव निवासी सुनील कुमार एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रहे हैं। उनका पूरा परिवार प्रशासनिक व राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़ा रहा है। सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार भोरे से चार बार विधायक रहने के साथ ही दो बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं। इनके पिताजी स्वर्गीय चन्द्रिका राम बिहार सरकार में मंत्री रहने के अलावा संविधान सभा के सदस्य भी रहे। वर्ष 2020 में सुनील कुमार जदयू की टिकट पर विधायक चुने गये। उन्होंने भाजपा के सहयोग से माले के जितेंद्र पासवान को हराया था। तब पहले मंत्रिमंडल गठन में भी वे मंत्री बनाए गए थे। आज राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है। भाजपा अब विपक्ष में चली गई, जबकि माले सरकार में है। एक बार फिर मंत्रीमंडल में जगह मिलने पर उन्हें समर्थकों और जदयू कार्यकर्ताओं में उत्साह कायम है।