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भारतीय शेयर बाजार फिर बहाल हुआ विदेशी निवेशकों का भरोसा, जून में खरीदे 26 हजार करोड़ के स्टॉक

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार एफपीआई को यह एहसास हो गया है कि सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजार में बिकवाली करना गलत रणनीति होगी। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि एफपीआई की खरीदारी जारी रह सकती है बशर्ते अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कोई तेज उछाल न आए। एफपीआई ने रियल्टी टेलीकॉम और वित्तीय क्षेत्रों में खरीदारी की जबकि आईटी धातु और तेल एवं गैस में बिकवाली की थी।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Sat, 29 Jun 2024 07:09 PM (IST)
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जून के दौरान डेट बाजार में एफपीआई निवेश 14,955 करोड़ रुपये रहा है।

आईएएनएस, मुंबई। राजनीतिक स्थिरता और आक्रामक खुदरा खरीदारी के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) जून में घरेलू इक्विटी बाजारों में शुद्ध रूप से खरीदार रहे हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के डेटा के अनुसार, एफपीआई ने जून के दौरान शुद्ध रूप से 26,565 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं।

इससे पहले लगातार दो महीने यानी अप्रैल और मई के दौरान एफपीआई ने शुद्ध रूप से बिकवाली की थी। इसी तरह, जून के दौरान डेट बाजार में एफपीआई निवेश 14,955 करोड़ रुपये रहा है।

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, एफपीआई को यह एहसास हो गया है कि सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले बाजार में बिकवाली करना गलत रणनीति होगी। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि एफपीआई की खरीदारी जारी रह सकती है, बशर्ते अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कोई तेज उछाल न आए।

किन सेक्टर में की खरीदारी

एनएसडीएल के जून के पहले पखवाड़े के आंकड़ों से पता चलता है कि एफपीआई ने रियल्टी, टेलीकॉम और वित्तीय क्षेत्रों में खरीदारी की, जबकि आईटी, धातु और तेल एवं गैस में बिकवाली की थी। वित्तीय क्षेत्रों में खरीदारी का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि जेपी मॉर्गन बॉन्ड इंडेक्स में भारत का शामिल होना निश्चित रूप से सकारात्मक है। 2024 में अब तक डेट बाजारों में निवेश 68,625 करोड़ रुपये हो गया है।

जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल होने से भारत सरकार की उधारी लागत घटेगी। साथ ही कॉरपोरेट के लिए भी पूंजी जुटाने की लागत में कमी आएगी। यह अर्थव्यवस्था और इक्विटी बाजारों दोनों के लिए सकारात्मक है। विजयकुमार के अनुसार, एफपीआई ज्यादा मूल्यांकन वाले शेयरों में बिकवाली और कम मूल्यांकन वाले शेयरों में खरीदारी कर रहे हैं।

पहली छमाही में एफपीआई निवेश

माह 
इक्विटी 
डेट
जनवरी  -25,744 करोड़ रुपये 19,837 करोड़ रुपये
फरवरी  1,539 करोड़ रुपये 22,419 करोड़ रुपये
मार्च  35,098  करोड़ रुपये 13.602 करोड़ रुपये
अप्रैल  -8,671 करोड़ रुपये -10,949 करोड़ रुपये
मई  -25,586 करोड़ रुपये 8,761 करोड़ रुपये
जून  26,565 करोड़ रुपये 14,955 करोड़ रुपये
कुल  3,201 करोड़ रुपये 68,625 करोड़ रुपये

नोट: राशि करोड़ रुपये में। स्त्रोत: एनएसडीएल

जून में गिफ्ट निफ्टी का हाल

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर कारोबार करने वाले गिफ्ट निफ्टी का जून में टर्नओवर 95.55 अरब डॉलर या करीब आठ लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इसका सर्वकालिक उच्च स्तर है। इससे पहले मई में गिफ्ट निफ्टी का टर्नओवर 91.73 अरब डॉलर रहा है। एनएसई का कहना है कि यह आंकड़े दर्शाते हैं कि एक सूचकांक के तौर पर गिफ्ट निफ्टी में वैश्विक रुचि और भरोसा बढ़ रहा है।

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