मां-बेटे की मौत के मामले में कल हाई कोर्ट में होगी सुनवाई, डीडीए के नाले में डूबकर गई थी दोनों की जान
Delhi High Court में कल मां-बेटे की मौत के मामले में सुनवाई होगी। दोनों की डीडीए के नाले में डूबकर जान गई थी। तेज बारिश होने के कारण सड़कों पर भारी जलभराव हो गया था जिस कारण नाले का भी पता नहीं चल रहा था। इस दौरान बाजार से घर लौट रही महिला अपने मासूम बच्चे का साथ नाले में गिर गई थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। मयूर विहार में खुले डीडीए नाले में गिरने से मां और बच्चे की मौत के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होगी।
जनहित याचिका दायर कर दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है और बाढ़ के उपायों सहित सभी चल रहे नाली निर्माण के ऑडिट की भी मांग की गई है।
यह मामला गुरुवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष उठाया गया था और अदालत ने मामले को पांच अगस्त को सूचीबद्ध करने का आदेश दिया है।
नाली निर्माण के ऑडिट की भी की गई थी मांग
दिल्ली के मयूर विहार में खुले डीडीए नाले में गिरने से मां और बच्चे की मौत पर दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है। याचिका में दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है और बाढ़ शमन उपायों सहित सभी चल रहे नाली निर्माण के ऑडिट की भी मांग की गई है।
मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए
इस मामले की सुनवाई पांच अगस्त को होगी। याचिका में कहा गया है कि दोषी ठेकेदार इस दुर्घटना में मृत तनुजा और उसके बेटे प्रियांश से जुड़ी दुखद घटना के लिए जिम्मेदार है। मांग की गई कि तनुजा और प्रियांशु के परिवार को पर्याप्त मुआवजा दिया जाए। जिसकी राशि न्यायालय द्वारा निर्धारित की जाए।
ये था मामला
राष्ट्रीय राजधानी के गाजीपुर में सिविक एजेंसियों की लापरवाही ने दो जिंदगियां लील ली। दिल्ली में बुधवार को सर्वाधिक मयूर विहार में 142 एमएम वर्षा हुई थीं, इतनी वर्षा हुई जितनी बादल के फटने पर होती है। इस वर्षा से गाजीपुर में पानी भर गया था, सड़क व नाले दिखाई नहीं दे रहे थे।