Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

DU में शुरू हुई दाखिले की दौड़, स्नातक के लिए CSAS पोर्टल लॉन्च; यहां पढ़ें एडमिशन से जुड़ी हर एक डिटेल

पहले छात्र पंजीकरण कराएंगे और सीयूईटी के परिणाम आने के बाद उन्हें कोर्स और कॉलेज के विकल्प भरने का मौका दिया जाएगा। स्नातक के साथ स्कूल आफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नान कॉलेजिएट विमिन एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के पोर्टल भी शुरू कर दिए गए।

By Jagran NewsEdited By: Pooja TripathiUpdated: Thu, 15 Jun 2023 10:57 AM (IST)
Hero Image
डीयू में लॉन्च हुआ सीएसएएस पोर्टल, शुरू हुई दाखिला प्रक्रिया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले की दौड़ शुरू हो गई है। डीयू ने बुधवार को 68 कॉलेजों में स्नातक में प्रवेश के लिए सामान्य सीट आवंटन प्रणाली (सीएसएएस) पोर्टल की शुरुआत कर दी। प्रवेश दो चरणों में होगा।

पहले छात्र पंजीकरण कराएंगे और सीयूईटी के परिणाम आने के बाद उन्हें कोर्स और कॉलेज के विकल्प भरने का मौका दिया जाएगा।

स्नातक के साथ स्कूल आफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नान कॉलेजिएट विमिन एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के पोर्टल भी शुरू कर दिए गए। पोर्टल की शुरुआत डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने की।

जून के आखिरी सप्ताह में शुरू होगा स्नातकोत्तर, पीएचडी और बीटेक के लिए प्रवेश

डीयू ने फिलहाल स्नातक के लिए प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत की है। स्नातकोत्तर, पीएचडी और बीटेक में प्रवेश की प्रक्रिया जून के आखिरी सप्ताह में शुरू की जाएगी।

इस मौक पर कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा, सीयूईटी में डीयू के लिए आए आवेदनों में कामर्स के लिए 1.3 लाख छात्रों ने परीक्षा दी है। ऐसे में सबसे महत्वपूर्ण प्रोग्राम है। उन्होंने कहा, सीएसएएस स्नातक के पहले दौर के बाद सीटें खाली रहने पर विश्वविद्यालय प्रवेश के स्पॉट राउंड की घोषणा कर सकता है।

सीटें खाली न रहे इसके लिए डीयू करेगा ये काम

सीटें खाली होने की स्थिति से बचने के लिए, आवंटन के पहले दौर में सभी कॉलेज में सभी प्रोग्रामों के लिए यूआर, ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में 20 प्रतिशत और एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30 प्रतिशत अतिरिक्त सीटों का आवंटन किया जाएगा।

हालांकि, जिन कॉलेजों में पिछले साल पांच प्रतिशत सीटें ही खाली रही हैं, वहां यूआर, ओबीसी, एनसीएल और ईडब्ल्यूएस के लिए 10 प्रतिशत और एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 15 प्रतिशत ही अतिरिक्त सीटों का आवंटन होगा।

जुलाई के दूसरे सप्ताह में जारी हो जाएगी डीयू की पहली प्रवेश सूची

उन्होंने कहा, जुलाई के दूसरे सप्ताह में डीयू अपनी पहली प्रवेश सूची जारी कर देगा। 16 अगस्त से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इस मौके पर कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता, डीन आफ एडमिशन प्रो. हनीत गांधी, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो, पीआरओ अनूप लाठर मौजूद रहे।

दो चरणों में होगा प्रवेश

दिल्ली विश्वविद्यालय के 68 कॉलेजों में स्नातक के 78 कोर्स और 198 बीए प्रोग्राम हैं। इनके लिए करीब 71,000 सीटें रहेंगी। 1550 दूसरे प्रोग्राम में भी प्रवेश लिए जाएंगे। इसके लिए दो चरणों में प्रवेश होगा।

CUET से जारी एप्लिकेशन नंबर भी भरना होगा

स्नातक के लिए प्रवेश लेने वाले छात्रों को सीएसएएस पोर्टल पर पहले अपना व्यक्तिगत विवरण और बारहवीं के अंक भरने होंगे। इसमें सीयूईटी की ओर से जारी एप्लिकेशन नंबर को ही भरना होगा।

छात्र मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी भी दर्ज कर सकेंगे। बैंक खाते का विवरण भी उन्हें भरना होगा। सीबीएसई से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के लिए मार्कशीट उनके डिजीलाकर के जरिये स्वत: एकीकृत हो जाएगी।

इतना भरना होगा पंजीकरण शुल्क

इसके बाद छात्र पात्र होने पर अधिसंख्य (सुपरन्यूमैरेरी) श्रेणी का विकल्प चुनेंगे। इसके बाद उन्हें पंजीकरण शुल्क जमा करना होगा। यूआर, ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस 250 रुपये और एससी, एसटी, और पीडब्ल्यूबीडी छात्रों के लिए 100 रुपये पंजीकरण शुल्क रख गया है।

परिणाम आने के बाद शुरू होगा दूसरा चरण

दूसरे चरण की शुरुआत सीयूईटी के परिणाम आने के बाद होगी। इसके बाद छात्र कॉलेज और कोर्स की वरीयता भर पाएंगे। छात्रों को वे ही कोर्स भरने होंगे, जिन्हें उन्होंने सीयूईटी के दौरान चुना था। डीयू एनटीए से अंक हासिल कर मेरिट तय करेगा।

प्रो. हनीत गांधी ने कहा, कॉलेज-कोर्स संयोजन वरीयता निर्धारित करने में अहम होगा। इसको क्रमबद्ध करते वक्त ध्यान दें। एक बार फार्म दाखिल होने और समय निकलने के बाद उसमें बदलाव नहीं किया जा सकेगा।

वरीयता के आधार पर डीयू जारी करेगा वर्चुअल लिस्ट

वरीयता के डेटा के आधार पर डीयू एक आभासी सूची भी जारी करेगा। इसके आधार पर छात्र वरीयता में बदलाव कर सकेंगे। सीट आवंटन होने के बाद छात्र को उसे स्वीकार करना होगा।

नियत तिथि पर छात्र सीट को स्वीकार नहीं करता है तो इसमें उसकी अस्वीकृति मान ली जाएगी। सीट आवंटन के बाद कॉलेज दस्तावेज की जांच करेंगे। फिर छात्र को फीस जमा करनी होगी।

आखिर में डीयू खाली सीटों की सूची जारी करेगा। तब छात्रों के पास अपग्रेड या फ्रीज करने की स्वतंत्रता रहेगी। फ्रीज का विकल्प चुनने के बाद छात्र वरीयता को अपग्रेड नहीं कर सकेंगे।

पंजीकरण में विफल होने पर बीच में मिलेगा मौका

तय समय में जो छात्र पंजीकरण नहीं कर पाए हैं उन्हें मिड एंट्री का मौका दिया जाएगा। ऐसे उम्मीदवार छात्रों को एक हजार रुपये प्रवेश शुक्ल देना होगा। पहले चरण में आवेदन करने वाले छात्र इसके लिए पात्र नहीं होंगे। ईडब्लयूएस, ओबीसी, एससी और एसटी श्रेणी के छात्रों को 31 मार्च 2023 के बाद के प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने होंगे।

एडमिशन सपोर्ट सिस्टम भी करेगा छात्रों की सहायता

छात्रों की मदद के लिए विश्वविद्यालय ने एक एडमिशन सपोर्ट सिस्टम भी स्थापित किया है। चैट बोट्स और ईमेल के माध्यम से आनलाइन सपोर्ट प्रदान की जा रही है। स्नातक प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए उम्मीदवार ug@admission.du.ac.in पर, स्नातकोत्तर प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए pg@admision.du.ac.in पर और पीएचडी प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए ईमेल phd@admision.du.ac.in पर लिख सकते हैं। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) की एक सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर पहले से ही उपलब्ध है। प्रवेश शाखा में हेल्पडेस्क की सुविधा भी स्थापित की गई है। छात्रों को सलाह दी गई है कि वे अधिक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएं।