Haryana News: 'भारतीय परंपरा के साथ चलने को तैयार हुए दुनिया के देश', G20 Summit पर बोले ओमप्रकाश धनखड़
G20 Summit 2023 हरियाणा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने जी-20 सम्मेलन पर कहा कि भारतीय परंपरा के साथ चलने को दुनिया के देश तैयार हुए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में बदले हुए भारत का सामर्थ्य है। उन्होंने कहा कि नौ व 10 सितंबर को अमेरिका समेत तमाम ताकतवर व विकासशील देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत की संस्कृति और परंपरा से रूबरू होंगे।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो: भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 देशों का शिखर सम्मेलन होना प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव की बात है। भारत की परंपरा ‘वसुधैव कुटुंबकम’ एक धरा, एक परिवार, एक भविष्य के साथ दुनिया के शक्तिशाली देश चलने को तैयार हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व में बदले हुए भारत का सामर्थ्य है। उन्होंने कहा कि नौ व 10 सितंबर को अमेरिका समेत तमाम ताकतवर व विकासशील देशों के राष्ट्राध्यक्ष भारत की संस्कृति और परंपरा से रूबरू होंगे। भारत अपनी परंपराओं और संस्कृति से पूरी दुनिया में भाईचारा बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।
भाईचारा और बंधुत्व के एजेंडे को देगा आकार
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारत जी-20 की बैठकों का संचालन करते हुए भाईचारा और बंधुत्व के एजेंडे को आकार देगा। आज के दौर की आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए जी-20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा हैं। इन सदस्यों के लिए भारत द्वारा मंच तैयार करना एक बड़ी उपलब्धि है।
सीमित संसाधनों के होते हुए किया हासिल
धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का सही संचालन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारत ने समय-समय पर दिखाया है कि विकसित देश उन्नत संसाधनों के बावजूद वो मुकाम हासिल नहीं कर पाए, जो भारत ने अपने सीमित संसाधनों के होते हुए हासिल किया है।
प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि जब देश आजादी का 100वां साल मना रहा होगा, तब 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की बुलंदियों को छू रहा है। भारत का जी-20 अध्यक्षता थीम भी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य’ है।
कार्यों में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित
भारत जी-20 की बैठकों में सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए चल रहे कार्यों में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। मोदी की अगुवाई में भारत विभाजित होती दुनिया में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। वैश्विक स्तर पर दक्षिण एशिया का अगुआ देश भारत ही है। इस वजह से दक्षिण एशिया के बाकी देशों के हितों को (जो जी-20 का हिस्सा नहीं है) आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी भारत की ही है।
जी-20 की बैठक में ये देश हो रहे शामिल
जी-20 में 19 देश भारत, अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा यूरोपियन संघ के देश शामिल हैं।
भारत ने इसके अलावा बांग्लादेश, इजिप्ट, मारीशिस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया है। जी-20 के सदस्य देश, दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन देशों का पूरी दुनिया की जीडीपी में 85 प्रतिशत और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है।