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Gurugram Metro: पुराने गुरुग्राम में होगा मेट्रो का विस्तार, जानिए कहां और कितने होंगे स्टेशन

पुराने गुरुग्राम में मेट्रो का विस्तार होगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल फरवरी में गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखी थी। प्रस्तावित 28.5 किलोमीटर लंबा मेट्रो रेल कॉरिडोर यात्रियों को हुडा सिटी सेंटर से पुराने गुड़गांव के रास्ते साइबर सिटी तक पहुंचने में मदद करेगा। गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना मिलेनियम सिटी सेंटर को उद्योग विहार फेज-5 से जोड़ेगी।

By Aditya Raj Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 08 Jul 2024 03:08 PM (IST)
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पुराने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार की प्रकिया शुरू की गई। (फाइल फोटो)

आदित्य राज, गुरुग्राम। पुराने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार को लेकर गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) रेलवे एवं दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से डेपुटेशन पर 20 अधिकारी लेगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सभी अधिकारी महाप्रबंधक (जीएम) से लेकर निदेशक (डायरेक्टर) स्तर के होंगे। डेपुटेशन पर आने के बाद जो अधिकारी जीएमआरएल में ही रहना पसंद करेंगे, वे रह सकते हैं।

रेलवे एवं दिल्ली मेट्रो से अधिकारियों को लेने का मुख्य उद्देश्य तकनीकी रूप से विशेषज्ञ अधिकारियों की टीम तैयार करना है ताकि मेट्रो विस्तार में किसी भी स्तर पर कमी न रहे। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम मेट्रो स्टेशन से आगे पुराने गुरुग्राम में मेट्रो का विस्तार होना है। इसके लिए अलग से गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड नामक कंपनी बनाई है। कंपनी में अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।

अधिकारियों को है मेट्रो विस्तार का अनुभव

डेपुटेशन पर महाप्रबंधक से लेकर निदेशक स्तर के अधिकारियों के कंपनी में आने के बाद जमीनी स्तर पर काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि अगले एक महीने के दौरान अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

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रेलवे से दिल्ली मेट्रो में भी डेपुटेशन पर अधिकारी आते रहते हैं। इस वजह से काफी अधिकारियों को मेट्रो विस्तार का अनुभव है। इसे ध्यान में रखकर ही जीएमआरएल ने रेलवे एवं दिल्ली मेट्रो से डेपुटेशन पर अधिकारियों को लेने का निर्णय लिया है।

जीसी को सौंपा जाएगा पूरे कार्य पर नजर रखने का जिम्मा

डिटेल्ड डिजाइन कंसल्टेंट (डीडीसी) के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कंसल्टेंट कंपनी स्टेशनों से लेकर रूट के डिजाइन को अंतिम रूप देगी। अब पूरे कार्य पर अलग से नजर रखने के लिए जनरल कंसल्टेंट (जीसी) नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

जनरल कंसल्टेंट की जिम्मेदारी उसे दी जाएगी जिसके पास मेट्रो रूट विकसित करने का अनुभव है। उसके बारे में किसी भी प्रकार की शिकायत सामने न आई हो। बता दें कि जीएमआरएल न केवल मेट्रो कॉरिडोर का विस्तार करेगी बल्कि इसका आपरेशन भी संभालेगी यानी चलाएगी भी।

इन इलाकों से गुजरेगा कॉरिडोर

28.5 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर को विकसित करने पर 5,452 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम मेट्रो स्टेशन से लेकर एंबियंस मॉल के सामने साइबर सिटी तक कॉरिडोर विकसित किया जाएगा। मिलेनियम सिटी सेंटर गुरुग्राम मेट्रा स्टेशन से आगे सेक्टर-45, साइबर पार्क, सेक्टर-47, सुभाष चौक, सेक्टर-48, सेक्टर-72ए, हीरो होंडा चौक, उद्योग विहार फेज-छह, सेक्टर-10, सेक्टर-37, बसई गांव, सेक्टर-9, सेक्टर-सात, सेक्टर-चार, सेक्टर-पांच, अशोक विहार, सेक्टर-तीन, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-चार, उद्योग विहार फेज-पांच एवं साइबर सिटी में स्टेशन होगा।

रेजांग-ला चौक से दिल्ली के द्वारका में सेक्टर-21 तक भी मेट्रो विस्तार की योजना बन चुकी है। आगे मानेसर तक मेट्रो विस्तार की चर्चा चल रही है।

रेलवे एवं दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के पास मेट्रो विस्तार का काफी अनुभव है। इसे ध्यान में रखकर उच्च स्तर के 20 अधिकारी डेपुटेशन पर लिए जाएंगे। अनुभवी अधिकारियों की टीम रहने पर कहीं भी कार्य रुकेगा नहीं। कहां क्या दिक्कत आगे सकती है, यह अनुभवी अधिकारियों को पहले पता चल जाता है। बेहतर से बेहतर प्रोजेक्ट तैयार हो, इसे ध्यान में रखकर हर स्तर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

- चंद्रशेखर खरे, प्रबंध निदेशक, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड