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Panipat News: '20 सितंबर की रात जिंदगी भर का गम दे गई', डेरे में महिलाओं से दरिंदगी पर छलका पीड़ितों का दर्द

Panipat News मतलौडा थाना क्षेत्र के एक गांव में डेरे (Panipat Dera) पर 20 सितंबर की रात को बदमाशों द्वारा तीन महिलाओं से की गई दरिंदगी को लेकर अब विपक्षी दल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं पीड़ितों ने जब 20 सितंबर की भयावह रात की स्थिति को साझा किया तो सुनने वाले किसी भी शख्स की रुह कांप जाए।

By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Mon, 25 Sep 2023 02:18 PM (IST)
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डेरे में महिलाओं से दरिंदगी पर छलका पीड़ितों का दर्द।

पानीपत, जागरण संवाददाता: डेरे पर 20 सितंबर की रात को बदमाशों ने हैवानियत की सारे हदें पार कर दी थी। बदमाशों ने गर्भवती महिला और स्त्री रोग से पीड़ित उसकी ननद को भी नहीं बख्शा। महिलाओं के पास बच्चे रोते रहे और बदमाश सामूहिक दुष्कर्म व अप्राकृतिक यौन शोषण करते रहे। बदमाशों ने पतियों और बच्चों के सामने भी महिलाओं से दुष्कर्म किया। पीड़ित महिलाओं की व्यथा सुनकर हर किसी की रूह कांप उठती हैं।

पीड़िता गर्भवती महिला ने कहा कि उसने विरोध किया था। बदमाश ने उसके मुंह पर काट खाया और गाली देकर उसके दूधमुंहे बेटे की गर्दन पर चाकू रख दिया। बच्चे की मौत सामने देख वह डर गई। छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाती रहीं। बदमाश ने रहम नहीं किया। बेटा बिलख रहा था। वह रोते-रोते दरिंदगी झेलती रही। अगर बच्चे साथ नहीं होते तो वह या तो बदमाश को मार देती या फिर इज्जत बचाने के लिए खुद मर जाती।

मतलौडा क्षेत्र में डेरे पर हुई दरिंदगी में पीड़ित परिवार ने कई रहस्यों का खुलासा किया है। दिल दहला देने वाली वारदात को बयां करते हुए परिवारों के मुखिया ने कहा कि चारों बदमाशों में से नकाबपोश बदमाश 8 अगस्त की रात को भी यहां आया था। तब भी उसने मुंह पर रुमाल बांध रखा था। बदमाश ने कमरे के बाहर तख्त पर सो रहे पीड़ित परिवार के मुखिया को थप्पड़ मारा और कहा कि हत्या करके आया हूं। 10-12 पुलिसकर्मी पीछे लगे हैं। शोर मचाया तो गोली मार दूंगा।

बदमाशों ने दी थी डेरा खाली करने की धमकी

मुखिया की पत्नी को देख बदमाश ने कहा था कि सुंदर हो। मेरे साथ गांव चलो। उसने धमकी भी दी थी कि डेरा खाली कर दो। एक पीड़िता ने बताया कि पहले धमकी देने वाले बदमाश ने उसके साथ पिस्तौल के बल पर दुष्कर्म किया है। विरोध करने पर बदमाश ने थप्पड़ मारा और सारे बच्चों व उसके पति को मारने की धमकी दी। उसने हाथ जोड़े, लेकिन बदमाश नहीं माने। पीड़ित मजदूर ने डेरा मालिक को घटना के बारे में अवगत कराया था। पुलिस को भी शिकायत नहीं दी गई।

इसके बाद परिवार के मुखिया ने बताया कि 20 सितंबर की रात करीब 11 बजे एक ग्रामीण ने उसे और स्वजनों को बता दिया था कि चार संदिग्ध आसपास घूम रहे हैं। वह, उसका फुफेरा भाई और फुफेरे भाई का सचेत थे। 12 बजे वह पत्नी व बच्चों समेत सो गया। फुफेरा भाई और उसकी पत्नी जग रहे थे। बदमाश उनकी 10 मीटर दूर धान के खेत में बातें सुन रहे थे। करीब एक बजे नशे में चार बदमाश आए। उन्होंने शोर मचा दिया। वह अंदर से जेली (धारदार हथियार) लाया तो बदमाश ने चाकू से उसके हाथ पर हमला कर दिया। इससे उसकी अंगुली में चोट लग गई।

मुखिया की पत्नी ने छिपा दिया था मोबाइल

बदमाशों के आते ही परिवार के मुखिया की पत्नी ने तख्त पर रखे मोबाइल फोन को छिपा दिया था। कमरे की बाहर से कुंडी लगाने के बाद बदमाश बाहर खड़े रहे। मुखिया ने समझा कि बदमाश जा चुके हैं और पत्नी से रस्सी खोलने को बोला। बदमाश ने धमकी दी कि उसके व पत्नी के साथ गलत काम कर देगा। पीड़ित डर गया। बदमाशों के जाने के बाद मुखिया की पत्नी ने डेरे के पड़ोसी को फोन किया। पड़ोसी ने कमरे की कुंडी खोली। पीड़ित महिला के पति ने चार दिन से खाना नहीं खाया है। डॉक्टरों ने संबंध बनाने से मना किया था। वह परहेज निभा रहा था। इसके बावजूद बदमाशों ने उसकी बीमार पत्नी के साथ दुष्कर्म किया।

560 संदिग्ध मोबाइल की खंगाली कॉल डिटेल 

पुलिस ने बुधवार की रात नौ बजे से वीरवार सुबह पांच बजे तक वारदात स्थल के आसपास के मोबाइल टावरों के डंप उठाए हैं। इसके बाद संदिग्ध 250 मोबाइल की लिस्ट तैयार की है। आसपास के गांव के हो सकते हैं बदमाश बदमाश आसपास के गांव के हो सकते हैं। पुलिस इस थ्योरी पर भी काम कर रही है। पुलिस का मानना है कि वीरवार सुबह बदमाशों को वारदात स्थल से जिले से बाहर जाने में करीबी पौना घंटा लगता। इसके बावजूद किसी ने बदमाश बाइक से जाते नहीं देखा।

उधर, मछली फार्म के मालिक तन्मय का कहना है कि फार्म पर गनमैन की व्यवस्था की जाएगी। बदमाशों ने मोबाइल फ्लाइट मोड पर लगाया होगा पुलिस ने डेरे व उसके आसपास क्षेत्र के मोबाइल नेटवर्क डंप को उठाया। पता चला है कि डेरे पर पीड़ित परिवार के ही मोबाइल नंबर चालू थे। जबकि बदमाशों के पास भी मोबाइल फोन थे। बदमाशों ने यहां अपने मोबाइल की टार्च ऑन की होगी। अंदेशा है कि बदमाशों ने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर लगाकर ऑन किया है।

पीड़ितों के मोबाइल की भी कॉल डिटेल खंगाली जा रही पुलिस पीड़ित महिला व पुरुषों के मोबाइल की भी कॉल डिटेल खंगाल रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि 20 सितंबर से उनके मोबाइल फोन से कहां-कहां कॉल की गई। डेरे पर बदमाश 45 दिन में दो बार वारदात कर चुके हैं। पहली वारदात आठ अगस्त को की थी। तब बदमाश करीब 20 मिनट तक डेरे में रहे थे।

20 सितंबर की रात मुझे जिंदगी भर का दर्द दे गई: पीड़ित

चौकीदार महेंद्रपाल ने बताया कि कहां जाऊं..., मजबूरी रोक रही कदम मेरे सामने कोई रास्ता नहीं, अपना और बच्चों का पेट पालना है। 20 सितंबर की रात मुझे जिंदगी भर का दर्द दे गई। बरामदे में बेटा सूरज व बेटी सो रहे थे। मैं कमरे में नीचे और पत्नी बिमला चारपाई पर सो रही थी। चार बदमाश कमरे में घुसे और मोबाइल फोन मांगा। नहीं देने पर मुझे पीटा। एक मोबाइल फोन को तोड़ दिया। दूसरा मोबाइल फोन व पांच हजार रुपये मुझसे छीन लिए। शोर सुनकर पत्नी बिमला जगी तो एक बदमाश ने लात मारी। पत्नी की मौत हो गई। बेटे सूरज को भी थप्पड़ मारा। जो रुपये जोड़े थे, उसे बदमाश लूट ले गए। पत्नी का गांव में अंतिम संस्कार करवा सकूं। मेरे पास पैसे भी नहीं बचे थे।

मछली फार्म मालिक ने पैसे देकर पानीपत में अंतिम संस्कार करा दिया। वारदात के बाद मैं डर गया था। सुरक्षा के लिए बेटी को भाई-भाभी के पास दिल्ली भेज दिया। मैं और बेटा सूरज रिश्ते के दामाद के पास एक डेरे पर चला गया था। इसलिए मैं और बेटा शनिवार रात को मछली फार्म पर आ गए। मुझे फार्म मालिक डेरे पर ले गया। वहां पर पुलिस के बड़े अधिकारी ने मुझसे पूछताछ की। अब मैं और बेटा कमरे में अंदर की कुंडी लगाकर सोएंगे।

डेरे पर पुलिस का पहरा, मछली फार्म पर नहीं पुलिसकर्मी मछली फार्म हाउस पर महेंद्र व उसका इकलौता बेटा सूरज हैं। जो कि वारदात के बाद से खौफ के साये में हैं। वहां पर पुलिस का पहरा नहीं है। जबकि फार्म सड़क से 10 मीटर दूर है। उधर, डेरे पर 10 पुलिसकर्मियों का पहरा है। रविवार को यहां पर एसआई सहित दो पुलिसकर्मी तैनात रहे। आठ पुलिसकर्मियों की गांव के लगे मेले में ड्यूटी थी। दरिंदों ने तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इनमें एक महिला दो माह की गर्भवती और एक मासिक धर्म से थी। बदमाशों ने अप्राकृतिक यौन शोषण भी किया। इतनी ही नहीं पति व बच्चों के सामने भी महिलाओं से बारी-बारी दुष्कर्म किया।

पंवार को देख रोने लगी महिलाएं

राज्यसभा सदस्य कृष्ण लाल पंवार डेरे पर पहुंचे और एसपी अजीत सिंह शेखावत से वारदात से संबंधित पुलिस कार्रवाई के बारे में जाना। यहीं पर पंवार पीड़ित महिलाओं से मिले। उन्हें देख कर महिलाएं रोने लगी। पंवार ने महिला के सिर पर हाथ रखकर कहा कि बेटे आपके साथ खड़ा हूं। तुम्हें न्याय दिलाऊंगा। उधर, नारी तू नारायणी उत्थान समिति की प्रधान सविता आर्य भी महिलाओं का दुखड़ा सुनकर भावुक हो गई। अब विपक्षी दल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करने लगे हैं। शनिवार को शहर महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष नीरजा बाहरी भी डेरे पर पहुंची और पीड़िताओं से बात की। उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। पुलिस ने भी केस की अपडेट पूछी। उनके साथ सोनिया, ज्योति और शशि भी रहीं।

गांवों में सादे कपड़ों में हर गली में पुलिसकर्मी

पीड़ित महिलाओं को 150 बदमाशों के फोटो दिखाए पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास के गांवों के 150 बदमाशों को चिह्नित किया है, जो पहले झपटमारी, चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं और अब जेल से बाहर हैं। 15 गांवों व शहर के 250 सीसीटीवी कैमरे खंगाले पुलिस की 10 टीमों ने 15 गांवों के करीब 250 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। सिठाना के पास एक कैमरे में बदमाशों की तस्वीर रिकार्ड हुई है। पुलिस ने खंडरा, नोहरा, सिठाना, गढ़ी सिकंदरपुर, जाटल, काबड़ी, सौंधापुर, शौदापुर, भंडारी, कालखा और लोहारी में सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इसके अलावा जाटल रोड, असंध रोड के भी सीसीटीवी खंगाले।

पुलिस ने वारदात के बाद से घटनास्थल और उसके आसपास के गांवों में डेरा डाल दिया। पुलिसकर्मी और गांव में तैनात पुलिस के जवान (ग्राम प्रहरी) घर-घर जाकर संदिग्ध लोगों की तस्वीर ग्रामीणों को दिखा रहे हैं। सादे कपड़ों में आसपास के 15 गांवों की खाक छानी जा रही है। नंबरदारों और सरपंचों से उन युवकों का पता लगाया जा रहा है कि जो वारदात की रात को गांव के बाहर थे। इसके अलावा प्रवासी कामगारों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।

शनिवार को एसपी अजीत सिंह शेखावत, एएसपी मयंक मिश्रा और सीआईए-वन प्रभारी दीपक ने डेरे पर पहुंचे। उन्होंने धान के खेत में उस जगह का भी जायजा लिया, जहां पर बदमाश छिप कर बैठे थे। बदमाशों के पैरों के निशान मिले हैं। वहीं, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम सुबह करीब 11 बजे डेरे पर पहुंची। टीम ने पीड़ित महिलाओं से बात की। परिवार के एक-एक सदस्य के अलग-अलग बयान दर्ज किए। उसके बाद परिवार के लोगों को एसटीएफ टीम ने अपनी गाड़ी से नीचे उतार कर एक संदिग्ध व्यक्ति को दिखाया। जिसे पीड़ित परिवार ने पहचानने से मना कर दिया। इसके अलावा भी सीआइए की अलग-अलग टीमों ने डेरे पर आकर परिवार से पूछताछ की।

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एसपी शेखावत से सीधी बात

नूंह और फरीदाबाद में भी हुई थी वारदात

पांच साल पहले नूंह और फरीदाबाद में मुर्गी फार्म और हाईवे पर लूटपाट कर दुष्कर्म की वारदातें हुई थीं। बदमाश पहले रेकी करते थे और फिर से वारदात करते थे। पुलिस इस गिरोह के बदमाशों की भी कुंडली खंगाल रही है। पुलिस को वारदात करने का शक स्थानीय बदमाशों पर है। इससे पहले मध्यप्रदेश के कारदी गैंग ने करीब तीन महीने पहले ग्वालड़ा और पानीपत के मॉडल टाउन में घर में घुसकर लोगों पर गुलेल से हमला किया था।

गिरोह में शामिल बदमाशों को क्राइम इनवेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए-टू) ने गिरफ्तार कर लिया था। बदमाश जेल में हैं। जबकि डेरे में घुसे बदमाशों का वारदात का तरीका अलग है। बदमाशों ने महिलाओं से दुष्कर्म किया है। क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाए। डेरे के मालिक ने बताया कि वारदात के बाद कामगार सहमे हुए हैं। अभी तो डेरे पर पुलिस का पहरा है, लेकिन उसके बाद मुझे नहीं लगता कि इस डर के साये में कोई मजदूर यहां पर रहेगा। उन्हें मजबूरी में खेती छोड़नी पड़ेगी। पुलिस डेरे के आसपास क्षेत्र में गश्त बढ़ाए।

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