Assembly Session: विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट, सीएम सुक्खू ने किया राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प पेश
हिमाचल में विधानसभा सत्र शुरू हो गया है प्रदेश में आई आपदा को लेकर चर्चा न करवाने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के नियम 66 को स्वीकार ना करते हुए सरकार द्वारा पेश किए गए संकल्प को पेश करने के लिए कहा जिससे विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से बाहर चले गए।
शिमला, राज्य ब्यूरो: हिमाचल में विधानसभा सत्र शुरू हो गया है, इसी के साथ ही विपक्ष ने राज्य में आई आपदा को लेकर नियम 67 के तहत चर्चा न करवाने की मांग की। लेकिन उनकी इस मांग को सदन अध्यक्ष ने ठुकरा दिया। इसके बाद विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट कर दिया।
इसी विषय पर सरकार द्वारा नियम 102 के तहत पेश किए गए संकल्प पर चर्चा शुरू कर दी गई है, सारे काम रोक दिए गए हैं मुख्यमंत्री प्रदेश में आई आपदा को लेकर संकल्प प्रस्तुत किया।
आगे बोले कि सरकार भी यही चाहती है की चर्चा हो तो इसलिए उन्होंने प्रस्ताव किया कि सरकार द्वारा पेश किए गए संकल्प पर चर्चा शुरू करवाई जाए और बाकी सभी कार्य रोक दिए जाएं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को संकल्प प्रस्तुत करने को कहा।
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आपदा खत्म होने वाली है अब तो एक दिन का वेतन तो दे दो
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विपक्ष ने राजनीति ही कि है। आपदा खत्म होने को है अब तो एक माह का वेतन दे दो। 441 की मौत हुई है और नौ हजार करोड़ का प्रत्यक्ष नुकसान हुआ है।
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जयराम ठाकुर ने लगाए आरोप
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि 10 महीने होने जा रहे हैं और सरकार छठ पर झूठ बोल रही है बिजली पानी की सुविधा नहीं प्रदान की गई है जबकि बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं कि बिजली प्रदान कर दी पानी की योजनाओं को बहाल कर दिया। जबकि जमीनी स्तर पर स्थित कुछ और है। जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस आधार पर अभी चर्चा चाह रहे हैं सरकार उसके लिए तैयार नहीं है।