शाहरुख, आमिर व सलमान को क्यों नहीं मिला राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का न्योता? हेमंत के विधायक ने सरकार पर निकाली भड़ास
दुमका में पार्टी नेता केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि पहले देश में राम मंदिर निर्माण के नाम और अब प्राण-प्रतिष्ठा के नाम पर राजनीति हो रही है। इसमें खास लोगों को न्योता दिया गया है। शाहरूख खान आमिर खान और सलमान खान को न्यौता नहीं मिला है।
जागरण संवाददाता, दुमका। झामुमो के 45वां स्थापना दिवस की तैयारियों के मद्देनजर रविवार को दुमका क्लब में पार्टी नेता केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए महेशपुर के झामुमो विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी ने कहा कि पहले देश में राम मंदिर निर्माण के नाम और अब प्राण-प्रतिष्ठा के नाम पर राजनीति हो रही है।
इसमें खास लोगों को न्योता दिया गया है। शाहरूख खान, आमिर खान और सलमान खान को न्योता नहीं मिला है। अयोध्या से आए अक्षत के नाम पर घर-घर में स्थानीय दुकानों से खरीदे गए चावल को बांट कर भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा के नेताओं का चाल-चरित्र देश की जनता भी समझ रही है। दो फरवरी को दुमका के गांधी मैदान से लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका जाएगा।
संताल परगना के तीनों लोकसभा और 18 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय कर झामुमो कार्यकर्ता पूरे दमखम से विरोधियों को अपनी जमीनी ताकत का एहसास कराने का संकल्प लेकर यहां से वापस लौटेंगे।
हेमंत सोरेन पर भी ईडी का शिकंजा कसने का प्रयास
प्रो. स्टीफन ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों व गैर-भाजपा शासित राज्यों में केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से जनहित में काम करने वाली सरकारों को टॉर्चर करने की वजह से जनाक्रोश तेजी से फैल रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी ईडी का शिकंजा कसने का प्रयास हो रहा है, जिसका मुंहतोड़ जवाब दो फरवरी की रैली के माध्यम से दिया जाएगा। केंद्र सरकार और एजेंसियों को यह एहसास करा दिया जाएगा कि आंदोलनों की उपज झामुमो हर लड़ाई को लड़ने में सक्षम है।
कहा कि झारखंड में यह लड़ाई पश्चिम बंगाल की तर्ज पर नहीं बल्कि प्रजातांत्रिक तरीके से लड़ा जाएगा। कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को लड़ने के लिए हरेक मोर्चा पर हर समय तैयार रहने की जरूरत है। इससे पूर्व दुमका के विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि अबकी चुनाव में झामुमो का लक्ष्य संताल परगना के तीन लोकसभा और 18 विधानसभा सीटों को जीतना है। इसके लिए कार्यकर्ताओं को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से एकजुट होकर विरोधियों को करारा जवाब देना होगा।
बसंत ने कहा- इन्हें अस्पताल व स्कूल से ज्यादा मंदिर की चिंता
पार्टी कार्यकर्ताओं, नेता गणेश परिक्रमा करने के बजाए गांव-टोला में जाएं और हेमंत सरकार की एक-एक उपलब्धियों की जानकारी देकर उनकी समस्याओं का समाधान करने में अपनी ताकत लगाएं। कहा कि विरोधी दल हर मोर्चा पर झामुमो को घेरना चाहता है, लेकिन झामुमो के कार्यकर्ता अपने संघर्ष और जमीनी ताकत से इन्हें शिकस्त देने का काम करें। विरोधी दल निरंतर किसी न किसी तरह हमारे बीच घुसने का काम कर रहा है। अभी सारा मंदिर सज गया है, क्योंकि इनके पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है।
बसंत ने कहा कि इन्हें अस्पताल और स्कूल से ज्यादा चिंता मंदिर की है। विकास नहीं किए हैं लेकिन फिर इनका आवास बुलंद है और हेमंत सरकार तमाम परेशानियों के बावजूद लगातार जनहित में एक से बढ़कर एक बड़े फैसले लेकर जनता का काम कर रही है। इसे पार्टी कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत से जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
बसंत ने कहा कि झामुमो कार्यकर्ता झंडा जेब में नहीं, बल्कि अपने वाहनों में लगाकर घूमें। अपनी ताकत को पहचानें क्योंकि कार्यकर्ता ही हमारी ताकत हैं। संगठन को मजबूत और धारदार बनाकर विरोधियों को करारा जवाब दें। हमारी सरकार और नेता को परेशान किया जा रहा है, लेकिन जनता की ताकत हमलोगों की असली ताकत है। इनके दम पर विरोधियों से लड़ते-जूझते और परास्त करके आगे बढ़ रहे हैं। 2024 चुनावी साल है। इसलिए, हम सबको इसका एहसास होना चाहिए कि हम कहां खड़े हैं और इसके आगे कैसे बढ़ेंगे।
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