CWC Meet: 'देश के सामने गंभीर आंतरिक चुनौतियां', मल्लिकार्जुन खरगे बोले- हिंसा की आग में घी डाल रही भाजपा
मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के सामने गहराते गंभीर आंतरिक चुनौतियों के लिए मोदी सरकार पर हमला करते हुए हिंसा की आग मणिपुर से लेकर हरियाणा के नूंह तक पहुंचाने के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है। अमृतकाल न्यू इंडिया पांच ट्रिलियन से लेकर आत्मनिर्भर भारत जैसे नारों का उल्लेख करते हुए खरगे ने कहा कि विपक्ष जब भी जनता के सवाल उठाता है तो सरकार ऐसे नारों से ध्यान बंटाती है।
By Sanjay MishraEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 16 Sep 2023 09:50 PM (IST)
हैदराबाद, संजय मिश्र। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के सामने गहराते गंभीर आंतरिक चुनौतियों के लिए मोदी सरकार पर हमला करते हुए हिंसा की आग मणिपुर से लेकर हरियाणा के नूंह तक पहुंचाने के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कहा कि देश में हो रही हिंसा और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाएं भारत की प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष छवि पर धब्बा लगा रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र पर लगाया डाटा में हेराफेरी का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने जातिगत जनगणना कराए जाने की पुरजोर पैरोकारी करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर डाटा में हेराफेरी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी वजह से 14 करोड़ लोग खाद्य सुरक्षा कानून से तो 18 प्रतिशत लोग मनरेगा के दायरे से बाहर हो गए हैं।
हैदराबाद में हुई नवगठित CWC की पहली बैठक
तेलंगाना में पार्टी के चुनावी अभियान को रफ्तार देने की रणनीति के तहत सूबे की राजधानी में शनिवार से शुरू हुई नवगठित कांग्रेस कार्यसमिति की पहली बैठक के पहले दिन मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर की दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां हिंसा आज भी जारी है। मगर मोदी सरकार ने इसकी आग को हरियाणा में नूंह तक पहुंचने दिया, जिसकी वजह से राजस्थान, उत्तरप्रदेश और दिल्ली में सांप्रदायिक तनाव फैला।
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आंतरिक चुनौतियों से जूझ रहा देशः खरगे
खरगे ने कहा कि देश आंतरिक चुनौतियों से जूझ रहा वहीं, ऐसे हालात में सत्ताधारी दल, सांप्रदायिक संगठन और मीडिया का एक वर्ग आग में घी डालने का काम कर रहा है। कांग्रेसजनों को देश का “सर्वधर्म समभाव'' बिगाड़ने वाली ऐसी ताकतों की पहचान कर उन्हें बेनकाब करते रहना है। कांग्रेस अध्यक्ष की यह टिप्पणी कथित तौर पर सौहार्द बिगाड़ने वाले 14 टीवी एंकरों के शो में नहीं जाने के आइएनडीआइए के फैसले को सही ठहराने का संदेश भी है।