Punjab Cabinet में हुए फेरबदल; जौड़ामाजरा हुए पावरफुल, मीत हेयर से छिना खनन और जल स्रोत विभाग
मुख्यमंत्री मान ने कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के विभागों पर कैंची चलाई है। मीत हेयर के पास अब खेल विभाग ही रह गया है। मुख्यमंत्री ने मीत हेयर से माइनिंग और जल स्रोत विभाग लेकर चेतन सिंह जौड़ामाजरा को दे दिया है। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मुख्यमंत्री ने खुद अपने पास रखा है। 20 माह में दूसरा मौका हैं जब मीत हेयर के विभाग में बदलाव किया गया हो।
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर (Gurmeet Singh Meet Hair) के विभागों पर कैंची चलाई है। मीत हेयर के पास अब खेल व युवा विभाग ही रह गया है। मुख्यमंत्री ने मीत हेयर से माइनिंग और जल स्रोत विभाग लेकर चेतन सिंह जौड़ामाजरा को दे दिया है। जबकि साइंस एंड टेक्नोलॉजी मुख्यमंत्री ने खुद अपने पास रखा है। 20 माह में दूसरा मौका हैं जब मीत हेयर के विभाग में बदलाव किया गया हो।
सिर्फ एक ही विभाग देखेंगे मीत हेयर
इसी माह 7 नवंबर को विवाह बंधन में बंधने वाले युवा मीत हेयर मुख्यमंत्री की कैबिनेट में एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जोकि केवल एक ही विभाग देखेंगे। इससे पहले उनसे शिक्षा विभाग लिया गया था। वहीं, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वीसी को फटे हुए गद्दे पर लिटाकर विवादों में आने वाले चेतन सिंह जौड़ामाजरा की पावर बड़ी है। अब उनके पास 7 विभाग हो गए है।
20 माह में चौथी बार हुआ फेरबदल
मुख्यमंत्री भगवंत मान की 20 माह पुरानी सरकार में यह चौथा मौका है जब मंत्रियों के विभाग में फेरबदल किया गया हो। पहला बदलाव 7 जनवरी 2023 को किया गया था। उसके बाद 15 मार्च को अमन अरोड़ा से लोक संपर्क विभाग वापस लेकर जौड़ामाजरा को दे दिया गया था। जबकि तीसरा बदलाव 31 मई को किया गया था। इस दौरान जबकि दो बार कैबिनेट में फेरबदल किया गया है। इस दौरान 3 मंत्रियों के इस्तीफे हुए। जिसमें डॉ. विजय सिंगला, डा. इंदरबीर सिंह निज्जर और फौजा सिंह सरारी शामिल हैं।
20 माह में खनन विभाग के तीन मंत्री बदल चुके
अहम बात यह है कि 20 माह के दौरान खनन ऐसा विभाग है जिसके तीन मंत्री बदल चुके है। मान सरकार बनने के बाद खनन विभाग सबसे पहले हरजोत बैंस के पास था। जिसके बाद यह विभाग मीत हेयर के पास आया। अब यह विभाग जौड़ामाजरा के पास आ गया है। अवैध खनन पिछले कई महीनों से विवाद का कारण रहा है। 26 जुलाई को अवैध खनन पर रोक नहीं लगा पाने के कारण हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार की जमकर फटकार लगाई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को लगाई फटकार
वहीं, मुख्यमंत्री ने मीत हेयर से साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग लेकर अपने पास रखा है। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ जब पराली जलाने की घटनाओं की वजह से सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार को फटकार लगाई थी।