Rajasthan: कोरोना काल में 'प्रसन्ना' बनी जरूरतमंदों का सहारा, सोशल मीडिया के जरिए जुटाई राशि
उदयपुर शहर के चांदपोल की प्रसन्ना अब तक 210 परिवारों को 7 दिन का राशन किट उपलब्ध करा चुकी है और उसका काम अभी जारी है। मजदूरों प्रवासियों किराये पर रह रहे लोगों एवं अन्य जरूरतमंदों के सहयोग अपने परिजनों के सहयोग से यह सेवा कार्य करने का बीडा उठाया।
उदयपुर, संवाद सूत्र। कोरोना महामारी के दौरान राज्य और केंद्र सरकार के अलावा कई स्वयं सेवी संस्थाएं गरीब और जरूरतमंदों की सहायता के लिए काम कर रही है लेकिन उदयपुर में की प्रसन्ना की भागीदारी कम अहम नहीं। उसने ‘कीटो‘ नाम की वेबसाइट बनाई और यूट्यूब व अन्य सोशल मीडिया के जरिए संकट की इस घडी में जरूरतमंदों की सहायता के काम करना शुरू किया। लोगों से मिल रही आर्थिक सहायता से वह जरूरतमंदों को घर-घर जाकर सहायता पहुंचाने में जुटी है।
उदयपुर शहर के चांदपोल की प्रसन्ना अब तक 210 परिवारों को 7 दिन का राशन किट उपलब्ध करा चुकी है और उसका काम अभी जारी है। वह बताती है कि कोरोना काल में प्रभावित हुए दैनिक मजदूरों, प्रवासियों, किराये पर रह रहे लोगों एवं अन्य जरूरतमंदों के सहयोग के उसने अपने परिजनों के सहयोग से यह सेवा कार्य करने का बीडा उठाया। उसने फंड अरेंज करने के लिए योजना बनाई तथा सोशल मीडिया पर वीडियो जाकर धनराशि जुटाने का काम शुरू किया। धीरे-धीरे राशि अनुसार सामग्री इकट्ठा कर जरूरतमंदों तक पहुंचाने का काम कर रही है।
इसमें मंडी के थोक विक्रेताओं को व्हाट्सएप पर भेजी सूची पर ऑनलाइन पेमेंट देकर अपने घर सामग्री मंगवा लेती है। उसके तैयार किट में 7 दिन के लिए पर्याप्त राशन होता है। जिसमें 5 किलो आटा, 1 किलो शक्कर, 1 किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 लीटर तेल, 250 ग्राम लाल मिर्ची, 200 ग्राम हल्दी पाउडर, साबुन की एक टिकियां शामिल है। यह राशन किट प्रसन्ना एवं उसके परिवार के सदस्य जरूरतमंद लोगों के घरों तक पहुंचाते है। उसने बताया कि 12 मई से उन्होंने इस काम की शुरूआत की ओर रामपुरा, चांदपोल, मल्लातलाई, कालाजी गोराजी, जगदीश चौक, नागा नगरी, सेक्टर 4 सेक्टर 5, 80 फिट रोड, अम्बामाता, भट्यिानी चोहट्टा, लोयरा गांव व बड़गांव आदि के 210 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट पहुंचा चुके हैं।