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मंदिर में नहीं दिख रहे थे पुजारी, आवाज लगाने पर भी नहीं मिली प्रतिक्रिया; कुटिया में जाकर देखा तो निकल पड़ी चीख

बहराइच के मकरंदपुर गांव में भैरोबाबा कुटी पर बने मंदिर में रेहुआ मंसूर निवासी काशीराम आर्य रहता था। साफ-सफाई से लेकर पूजा पाठ की जिम्मेदारी भी उसी पर थी। बुधवार को जब काफी समय बीतने के बाद भी लोगों को पुजारी नहीं दिखा तो उसे आवाज लगाई गई। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर ग्रामीणों ने कुटिया के अंदर झांका तो पुजारी का शव खून से लतपथ देख हतप्रभ रह गए।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Wed, 21 Feb 2024 07:49 PM (IST)
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खैरीघाट के मकरंदपुर गांव में पुजारी की हत्या के बाद मौजूद ग्रामीण व पुलिस . जागरण
 संवाद सूत्र, शिवपुर/बहराइच। मंदिर के पुजारी की नृशंस हत्या कर दी गई। मृतक के हाथ बंधे हुए थे। घटना से लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेजते हुए मामले की जांच शुरू की है।

खैरीघाट थाना क्षेत्र के मकरंदपुर गांव में स्थित भैरोबाबा कुटी पर बने मंदिर में रेहुआ मंसूर निवासी काशीराम आर्य रहता था। साफ-सफाई से लेकर पूजा पाठ की जिम्मेदारी भी उसी पर थी।

बुधवार को जब काफी समय बीतने के बाद भी लोगों को पुजारी नहीं दिखा तो उसे आवाज लगाई गई। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर ग्रामीणों ने कुटिया के अंदर झांका तो पुजारी का शव खून से लतपथ देख हतप्रभ रह गए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।

थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फाेरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य का संकलन किया। एसओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया पुजारी की गला दबाकर हत्या किया जाना प्रतीत हो रहा है। दोनों हाथ पीछे से बंधे थे। उन्होंने बताया कि जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।

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