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दिल्ली से 40 किलोमीटर दूर भनैड़ा गांव में बुखार से 15 लोगों की मौत, करीब 900 लोग हैं बीमार; डेंगू होने की आशंका

गाजियाबाद के गांव भनैड़ा में एक माह में बुखार से 15 लोगों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। देखते ही देखते गांव में बुखार के मरीजों की संख्या एक हजार तक पहुंच गई। हर गली हर मोहल्ले में लोग बुखार से पीड़ित हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डेंगू और चिकनगुनिया फैलने की आंशका जताई है।

By Madan PanchalEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Tue, 24 Oct 2023 08:27 AM (IST)
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दिल्ली से 40 किलोमीटर दूर भनैड़ा गांव में बुखार से 15 लोगों की मौत

जागरण संवादददाता, गाजियाबाद। दिल्ली से 40 किलोमीटर दूर गाजियाबाद के गांव भनैड़ा में एक माह में बुखार से 15 लोगों की मौत हो गई है। गांव में अभी भी करीब 900 लोग बुखार से पीड़ित हैं। जब इस महामारी की शिकायत ग्राम प्रधान ने सीएमओ से की तो स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी।

गांव में डेंगू और चिकनगुनिया फैलने की आंशका

आनन-फानन में विभाग ने चिकित्सकों की पांच टीमें गांव में भेजकर लोगों की जांच कराकर उन्हें दवाइयां देना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डेंगू और चिकनगुनिया फैलने की आंशका जताई है।

लोगों का कहना है कि 20 सितंबर के आसपास गांव में कुछ लोगों को बुखार आया। उन्होंने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर दिखाया। जहां मामूली बुखार बताते हुए उन्हें दवा दी गई। लेकिन दवा से उन्हें आराम नहीं मिला। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद के अस्पताल में रेफर किया गया।

कुछ ही दिनों में बुखार के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई। उस समय स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। सितंबर महीने के अंत तक गांव में तीन मौतें हो गई। तब भी स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। देखते ही देखते गांव में बुखार के मरीजों की संख्या एक हजार तक पहुंच गई।

हर गली, हर मोहल्ले में बुखार से पीड़ित हो गए लोग

हर गली, हर मोहल्ले में लोग बुखार से पीड़ित हो गए। जब लोगों की मौत का आंकड़ा दस को पार कर गया तो स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी। गांव में स्वास्थ्य कैंप शुरू कराए गए। जिले से चिकित्सकों की टीम गांव में भेजी गई। घर-घर आशाओं को भेजकर बीमार लोगों की सूची तैयार कराई गई।

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उधर, लोगों का कहना है कि गांव के तालाब में अगस्त माह में मछलियां मर गईं थीं, जिसकी सफाई नहीं कराई गई। इससे गंदगी फैली और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया।

इनकी हो चुकी है मौत

  • 42 वर्षीय कन्नू
  • 58 वर्षीय कालू
  • 78 वर्षीय पदम शर्मा
  • 55 वर्षीय राजकुमारी
  • 58 वर्षीय राजेश्वरी
  • 43 वर्षीय मनोज
  • 59 वर्षीय जयप्रकाश
  • राजेंदरी

इसके अलावा पांच वर्षीय अन्य पुत्र विशाल आदि। हालांकि किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया है।

गांव में प्राकृतिक मौतें हुईं। बुखार फैलने की सूचना है और कुछ डेंगू मरीजों की पुष्टि भी हुई है। लोगों की जांच जारी है। चिकित्सकों की टीम गांव में डेरा डाले हुए हैं। स्थिति नियंत्रण में हैं।

डॉ. भवतोष शंखधर, मुख्य चिकित्साधिकारी