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Bharat Bandh: तस्वीरों में देखें दिल्ली-NCR में कैसा रहा भारत बंद का असर, सुरक्षा के बीच खुले स्कूल-बाजार

दिल्ली- एनसीआर में बुधवार को Bharat Bandh का कोई असर नहीं दिखा। रोजाना की तरह स्कूल दुकान और फैक्ट्री खुली। नोएडा में भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरी मीना ने सेक्टर 18 27 मार्केट में पुलिस फोर्स के पैदल मार्च निकाला। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस को सर्तकता के साथ ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 21 Aug 2024 02:48 PM (IST)
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भारत बंद को लेकर नोएडा में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात। फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, नोएडा/गाजियाबाद/गुरुग्राम। दिल्ली-एनसीआर में भारत बंद का असर नहीं रहा। सभी बाजार खुले रहे। सड़कों पर यातायात व्यवस्था सामान्य रही। बाजार संगठनों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह भारत बंद में सहभागी नहीं होंगे।

चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ( सीटीआई ) चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि इस संबंध में किसी आंदोलनकारी संगठनों ने इस संबंध में समर्थन के लिए दिल्ली के बाजार संगठनों से संपर्क भी नहीं किया था। इसलिए दिल्ली के सभी 700 बाजारों के साथ सभी 56 औद्योगिक क्षेत्रों में भी गतिविधियाां सामान्य रही।

रोजाना की तरह खुले स्कूल-बाजार

बहुजन समाज पार्टी के भारत बंद का गाजियाबाद में कोई खास असर देखने को नहीं मिला। कई दिन से स्थानीय कार्यकर्ता भीड़ जुटाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन कई हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद से बहुत कम लोग इस प्रदर्शन में पहुंचे। कार्यकर्ताओं में जोश जरूर दिखा।

एससीएसटी आरक्षण बचाने की मांग को लेकर बसपा ने भारत बंद की घोषणा की थी। तय कार्यक्रम के अनुसार बुधवार 11 बजे आरडीसी स्थित बसपा कार्यालय से जिला अध्यक्ष दयाराम सैन की अगुवाई में लोग कलेक्ट्रेट की तरफ पैदल मार्च करते हुए निकले।

केंद्र सरकार के खिलाफ के नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता सड़क पर निकले तो यातायात जाम हो गया। बाद में कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम प्रेषित ज्ञापन डीएम को सौंपा।

इस मौके पर वीरेंद्र सिंह ,रवि जाटव , पंकज शर्मा, गंगा शरण, बबलू , बाबूलाल सेन , प्रमोद सागर , मुनव्वर चौधरी ,ओमवीर मौजूद रहे। इसके अलावा कालका गढ़ी चौक से अंबेडकर रोड होते हुए आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पैदल मार्च निकाला। कार्यकर्ता सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे।

नोएडा में भारत बंद का नहीं दिखा असर

देशभर में कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद का नोएडा में कोई खास असर देखने को नहीं मिला। शहर में जीवन सामान्य रूप से चलता रहा और फैक्ट्री, कंपनी, बाजार, कार्यालय तथा स्कूल नियमित रूप से खुले रहे।

नोएडा के प्रमुख बाजारों जैसे सेक्टर 18, अट्टा मार्केट और अन्य व्यावसायिक इलाकों में भीड़भाड़ सामान्य दिनों की तरह ही रही। कहीं भी दुकानें बंद होने की सूचना नहीं मिली।

यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रही और शहर में किसी प्रकार की अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन शांति और सामान्य स्थिति को देखते हुए किसी प्रकार की बड़ी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस रही तैनात

स्थानीय निवासियों ने भी बंद को लेकर उदासीनता दिखाई और अपने रोजमर्रा के कामों में व्यस्त रहे। शहर में बंद का कोई असर न होने से व्यापारियों और आम जनता ने राहत की सांस ली। कुल मिलाकर शहर में भारत बंद के आह्वान का कोई प्रभाव नहीं पड़ा और शहर की दिनचर्या सामान्य रूप से जारी रही।

वहीं भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरी मीना ने सेक्टर 18, 27 मार्केट में डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह, डीसीपी अनिल यादव, एडीसीपी मनीष मिश्र के साथ पुलिस फोर्स के पैदल मार्च निकाला। सुरक्षा व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस बल को ब्रीफ करते हुए सर्तकता के साथ ड्यूटी करने हेतु निर्देशित किया गया है।

भारत बंद का गुरुग्राम में कोई असर नहीं

एससी-एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई संगठनों ने बुधवार को भारत बंद बुलाया था, लेकिन गुरुग्राम में इसका कोई असर नहीं दिखा। बहुजन समाज पार्टी की तरफ से विजय खटाना के नेतृत्व में कई लोगों ने डीसी को मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा।

शहर में किसी भी तरह का कोई प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। हालांकि, इसको लेकर पहले से ही गुरुग्राम पुलिस की तैयारी थी। पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा था कि कानून व्यवस्था को बाधित करने वाले असामाजिक तत्वों पर पूरी तरह से नजर रखी जाएगी।

आम जनों से भी अपील की थी कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें। जिले के स्कूल खुले रहे। सुबह ही बच्चे स्कूल पहुंच गए थे। किसी को भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई। शहर के बाजार भी खुले हुए हैं।