माकड्रिल में भी देखने को मिली खामियां
माकड्रिल में नोडल और सीएमएस ने नहीं पहनी पीपीई किट
माकड्रिल में भी देखने को मिली खामियां
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: समय दोपहर के 12 बजे। स्थान संयुक्त अस्पताल। स्वास्थ्यकर्मी मुख्य गेट पर खड़े होकर अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच नोडल डा.चरनसिंह और सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय बिना पीपीई किट पहने वहां पहुंचते हैं। दोनों को देखकर दो स्वास्थ्यकर्मियों ने पीपीई किट पहन ली। डा. सूर्यांशु ओझा बोले बार-बार पीपीई किट पहनने से सरकारी नुकसान होता है। नोडल बाले यह शासन को लिखकर भेज दो।
दरअसल कोरोना रोकथाम को लेकर शासन के निर्देश पर आयोजित यह माकड्रिल का नजारा है। इस दौरान एक घंटे तक डमी मरीज को लेकर आने वाली एंबुलेंस का अधिकारी इंतजार करते रहे। एक घंटे बाद वहां एंबुलेंस तो पहुंची लेकिन उसमें मरीज नहीं था। पास में खेल रहे एक बच्चे को स्ट्रेचर पर लिटाकर कोविड वार्ड तक ले जाया गया और वहां पर इंतजामों को परखा गया। खुद नोडल इस माकड्रिल से असंतुष्ट दिखे और खामियों को दूर करने के निर्देश देकर सीएमओ कार्यालय चले गए। इसी क्रम में संतोष अस्पताल में दो बजे किए गए माकड्रिल में अनेक खामियां देखने को मिली। यह स्थिति तब रही जबकि पहली बार राज्य सर्विलांस अधिकारी डा. विकासेंदु अग्रवाल जिले में मौजूद रहे। उन्होंने सीएचसी लोनी में माकड्रिल के दौरान इंतजामों को देखा। इस दौरान सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने अलग से सीएचसी का निरीक्षण करने के बाद सुधार के लिए कई बिंदुओं पर प्रभारी को कड़े निर्देश दिए हैं।
साहब चिकित्सक तो नहीं आए, नर्स रोज आती थीं
संयुक्त अस्पताल में संचालित कोविड वार्ड रामभरोसे चल रहा है। वार्ड में भर्ती चार में से दो बंदियों की छुट्टी हो गई है। दो के साथ पांच पुलिसकर्मी वार्ड में ही लेट लगा रहे हैं। मास्क कोई नहीं लगा रहा है। कविनगर पुलिस की हिरासत में भर्ती संक्रमित ने छुट्टी होने पर पूछने पर बताया कि वार्ड में पांच दिन तक चिकित्सक तो काई नहीं फटका लेकिन वार्ड ब्वाय और नर्स दवा देने जरूर पहुंची। सीएमएस डा.विनोद चंद पांडेय भी इस जवाब को सुनकर चुप्पी साध गए।