Kanpur : जन्माष्टमी पर भगवान को एक दिन का ‘पैरोल’; कोतवाली में 21 साल से जमा हैं राधा-कृष्ण की मूर्तियां
Janmashtmi 2023 शिवली के राधाकृष्ण मंदिर से 12 मार्च 2002 की रात बेशकीमती अष्टधातु की कृष्ण सुभद्रा व बलराम की बड़ी व राधा और कृष्ण की दो छोटी मूर्तियां चोरी हो गईं थीं। मंदिर के सर्वराकार आलोक दत्त ने चोरी का मुकदमा कराया था। तत्कालीन एसपी डीके ठाकुर के निर्देश पर कोतवाल राजुल गर्ग व एसएसआइ डीपी वर्मा ने एक सप्ताह में चोरों को पकड़ लिया था।
जासं, कानपुर देहात : कानूनी अड़चनों के चलते 21 साल से शिवली कोतवाली के मालखाने में 'कैद' भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को जन्माष्टमी पर एक दिन का पैरोल मिला। गुरुवार को भाई बलराम, सुभद्रा व राधा की मूर्तियों संग उन्हें बाहर लाया गया और स्नान करा नए वस्त्र पहनाकर शृंगार के बाद पूजन किया गया।
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शिवली के राधाकृष्ण मंदिर से 12 मार्च 2002 की रात बेशकीमती अष्टधातु की कृष्ण, सुभद्रा व बलराम की बड़ी व राधा और कृष्ण की दो छोटी मूर्तियां चोरी हो गईं थीं। मंदिर के सर्वराकार आलोक दत्त ने चोरी का मुकदमा कराया था। तत्कालीन एसपी डीके ठाकुर के निर्देश पर कोतवाल राजुल गर्ग व एसएसआइ डीपी वर्मा ने एक सप्ताह में चोरों को पकड़ लिया था और मूर्तियां भी बरामद कर ली थीं।
इसके बाद से मुकदमे के दांवपेच के चलते भगवान की मूर्तियां शिवली कोतवाली के मालखाने में कैद हैं। हर वर्ष जन्माष्टमी पर पूजन के लिए इन्हें बाहर निकाला जाता है। गुरुवार को पूजन के लिए मूर्तियों को निकाला गया। सर्वराकार के परिवार व क्षेत्रीय लोगों की मौजूदगी में उनका भव्य शृंगार किया गया। पुलिसकर्मियों ने भगवान की साज-सज्जा की और प्रसाद तैयार किया।