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पुलिस अब दुर्घटना स्थल से ही अपलोड करेगी हिस्ट्री

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग ने लांच किया इंटीग्रेडेट रोड एक्सीडेंट डेटाबेस

By JagranEdited By: Updated: Sat, 20 Mar 2021 06:59 PM (IST)
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पुलिस अब दुर्घटना स्थल से ही अपलोड करेगी हिस्ट्री

महराजगंज: आए दिन हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारत सरकार ने अहम कदम उठाया है। इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग ने इंटीग्रेडेट रोड एक्सीडेंट डेटाबेस (आइआरएडी) लांच किया गया है। इस एप के माध्यम से दुर्घटना वाले स्थान पर पहुंच कर पुलिस हादसे का पूरा डिटेल भरेगी। जो सीधे भारत सरकार के पास पहुंचेगा। इसके बाद सरकार सड़क सुरक्षा पर काम करेगी। यह एप पुलिस कर्मियों और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, कर्मचारियों के मोबाइल में अपलोड कर दी गई है।

दरअसल सड़क हादसों को रोकने के लिए भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग कार्य कर रही है। आइआरएडी पर काम करने के लिए पुलिस विभाग और परिवहन विभाग को जिले में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके लिए प्रत्येक थाना के थानाध्यक्ष और दो पुलिस कर्मियों मसलन जिले के 18 थानों के 54 पुलिस कर्मियों तथा सहायक संभागीय अधिकारी और दो लिपिकों के मोबाइल में एप अपलोड किया गया है। हादसे की सूचना मिलने पर संबंधित थाना की पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचेंगे और आइआरएडी एप पर दुर्घटना के कारणों को भरेंगे। साथ ही फोटो खींचकर अपलोड करेगी। जबकि एआरटीओ विभाग वाहन की हिस्ट्री बताएगी।

शामिल होंगे ये विभाग

महराजगंज: एप में वर्तमान में पुलिस, स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग और परिवहन विभाग को शामिल किया गया है। भविष्य में इसमें ब्लड बैंक, जेल, कोर्ट, इंश्योरेंस और आयुष्मान कार्ड को जोड़ा जाएगा, ताकि दुर्घटना में घायल व्यक्ति की इलाज कराकर जान बचाई जा सके। भरना होगा यह डिटेल

महराजगंज: घटनास्थल की फोटो, सड़क की फोटो, मौके पर डिवाइडर, पेड़ या मोड़ के बारे में जानकारी भरेंगे। इसके साथ ही सड़क दुर्घटना से संबंधित विवरण, दुर्घटना का समय, स्थल, घटना की प्रवृति, घायल यात्री, वाहन का संपूर्ण विवरण, मौसम की स्थिति, एप पर भरनी होगी। फोटो: 20 एमआरजे: 31

दुर्घटना रोकने के लिए भारत सरकार ने विशेष पहल की है। सरकार इस एप के माध्यम से दुर्घटना के कारणों की समीक्षा कर उस पर कार्य करेगी। रोड आउट मैनेजर अखंड चित्रांश के माध्यम से पुलिस कर्मियों और एआरटीओ विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके लिए कोतवाली और चौक बाजार में ड्राइ रन भी किया गया है।

मनोज कुमार

जिला सूचना विज्ञान अधिकारी