Mathura News: पटाखा बाजार अग्निकांड में दो और मौत, सात पहुंची मृतकों की संख्या, पिता की मृत्यु से एक घर से लगातार दो दिन उठीं अर्थी
Mathura Latest News In Hindi दीपावली के चलते राया कस्बा के श्रीराधा गोपालजी बाग प्रांगण में पटाखा बाजार लगाया गया था। उसमें मथुरा और आसपास के लोग भी पटाखा बाजार में दुकानें लगाने आए थे। किसी कारणवश वहां भयंकर आग लगी। जिसमें बड़ी संख्या में लोग झुलस गए। झुलसे लोगों को दिल्ली सहित आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।
जागरण संवाददाता, मथुरा। राया पटाखा बाजार में दीपावली के दिन हुए अग्निकांड में लगातार मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को दो और मौत होने से मृतकों की संख्या सात पहुंच गई है। नौहझील के मृतक राजेश की खबर लगते ही पिता ने गुरुवार रात करीब एक बजे दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
वहीं हाथरस के 17 वर्षीय एक युवक की भी आगरा के निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया।
राया कस्बा में लगा था पटाखा बाजार
राया कस्बा में पटाखा बाजार में दो दर्जन दुकानों के अलावा कई हथठेल लगे थे। नौहझील के टोली मुहल्ला निवासी मोहन ने भी पटाखे की दुकान लगाई थी। दीपावली पर मोहन के साथ उसके तीनों बेटे दुकान पर पटाखों की बिक्री कर रहे थे।
रविवार दोपहर दो बजे पटाखों की दुकानों में भीषण आग लगने से 17 से अधिक लोग आग से झुलस गए। इसमें मोहन उनके तीन बेटे रिंकू, राजेश और जतिन 70 से 90 फीसद तक झुलस गए थे। उपचार के चौथे दिन बुधवार देर रात मंझले बेटे राजेश ने दम तोड़ दिया। गुरुवार शाम रिश्तेदार और ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार कराया।
बेटे राजेश की मौत की खबर लगते ही गुरुवार रात करीब एक बजे पिता मोहन ने भी दम तोड़ दिया। दोपहर करीब तीन बजे रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने मोहन के शव का अंतिम संस्कार कराया। मृतक मोहन के बेटे रिंकू और जतिन का इलाज अभी दिल्ली में जारी है। इनको मिलाकर करीब पांच से ज्यादा लोग अभी भी जिंदगी मौत से जंग लड़ रहे हैं।
पटाखे लेने के लिए भाई के साथ आया था लखन
हाथरस के गांव बबनई मुरसान का 17 वर्षीय लखन दीपावली के दिन सुबह अपने भाई संदीप के साथ राया पटाखा बाजार में नौहझील निवासी जीजा योगेश की दुकान आया था। यहां दोनों जीजा के साथ पटाखे की बिक्री करा रहे थे। दोपहर को भाई संदीप खाना खाने के लिए भाई घर चला गया। दुकान पर जीजा योगेश और लखन थे। अग्निकांड में दोनों 70 से 90 फीसद तक झुलस गए।
आगरा के गोयल अस्पताल में शुक्रवार शाम करीब सात बजे लखन ने दम तोड़ दिया। पिता सरनाम ने बताया, उसके चार बेटे हैं। लखन सबसे छोटा बेटा था। स्वजन ने बताया, अगर खाना खाने के लिए संदीप घर नहीं जाता तो शायद वह भी अग्निकांड में झुलस जाता।
अब तक सात लोगों की हो चुकी मृत्यु
राया अग्निकांड में झुलसे लोगों में अब तक सात लोगों की मृत्यु हो चुकी है। पहले हाथरस जिले के गांव बमनई मुरसान के रहने वाले दो सगे भाई ठाकुरदास और सुशील ने दम तोड़ा था। इसके बाद मांट के गांव पपरैला (जावरा) निवासी श्रीपाल भारद्वाज व सुरीर के गांव तुलागढ़ी पप्पू उर्फ धर्मेंद्र की मृत्यु हुई। बुधवार देर रात नौहझील के राजेश व गुरुवार देर रात पिता मोहन ने दम तोड़ दिया। वहीं शुक्रवार शाम करीब सात बजे हाथरस के गांव बबनई मुरसान के लखन की मृत्यु हो गई।
मृतक आश्रितों को मिलेगा चार-चार लाख रुपये मुआवजा
पटाखा अग्निकांड में मृतकों के आश्रितों को प्रशासन चार-चार लाख रुपए मुआवजा देगा। बलदेव विधायक पूरन प्रकाश ने बताया, राया क्षेत्र में हादसा बेहद दुखद है। हादसे को लेकर शासन को अवगत कराया गया। मृतकों के परिजनों की आर्थिक स्थिति भी बताई गई थी। शासन ने मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की मंजूरी दे दी है।
विधायक बोले, एसडीएम व सीओ की लापरवाही से हुआ हादसा
राया पटाखा बाजार में हुए अग्निकांड को लेकर बलदेव विधायक पूरन प्रकाश ने एसडीएम मांट और सीओ महावन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा, लाइसेंस जारी होने के बाद दोनों अधिकारी व्यवस्थाओं से अनदेखी करते रहे। वहीं जिलाधिकारी ने लापरवाह अधिकारियों को अग्निकांड की जांच सौपी। इसको शासन से अवगत कराया। इसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेश पर डीएम ने दोनों अधिकारियों से जांच निरस्त की है।