Pilibhit : शारदा डैम से छोड़ा गया पानी; किसानों की फसल बर्बाद होने की कगार पर- अन्न्दाता परेशान
नगरिया कट के पास डैम के गेटों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। जिम्मेदारों द्वारा मरम्मत किए गए गेटों को लगाने के लिए डैम से पानी को खाली किया जा रहा था। शारदा डैम का पानी सीधे शारदा नदी की ओर भेजा गया। लेकिन मंगलवार को जैसे ही शारदा नदी उफान पर आई वैसे ही डैम का पानी नदी में ना जाकर किसानों की फसलों में घुस गया।
बहजत खान, माधोटांडा। सीमावर्ती ग्रामीणों को शारदा नदी से बाढ़ का खतरा सता रहा था। लेकिन ग्रामीणों को क्या पता था कि नदी से ज्यादा शारदा सागर डैम ही उनकी तबाही का कारण बन सकता है। डैम के गेटों की मरम्मत के लिए शारदा नदी में डैम का पानी छोड़ा गया था।
नदी का जलस्तर बढ़ गया और डैम का पानी नदी में ना जाकर सीधे किसानों की फसलों में घुस गया। किसानों की सैकड़ों एकड़ फसलें अभी भी डैम के पानी से डूबी हुई है। धान की फसल तो अब सड़ने की कगार पर आ गई।
हर वर्ष वर्षा ऋतु में माधोटांडा क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा पर बसे हुए दर्जनों गांवों के लोगों को शारदा नदी के जलस्तर से बाढ़ का खतरा बना रहता है। इन दिनों शारदा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। लोग अपने घरों में डरे सहमें बैठे हुए हैं। ग्रामीणों को भय है कि किसी भी दिन जल स्तर अधिक बढ़ गया तो उनकी फसलें और घर भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
इस बार ग्रामीणों की नजर शारदा नदी के बढ़ते हुए जलस्तर पर टिकी थी। लेकिन शारदा नदी में बाढ़ के खतरे से पहले ही शारदा सागर डैम के पानी ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया। शारदा सागर डैम की मरम्मत का जिम्मा शारदा सागर खंड के पास है।
लगभग एक माह से नगरिया कट के पास डैम के गेटों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। जिम्मेदारों द्वारा मरम्मत किए गए गेटों को लगाने के लिए डैम से पानी को खाली किया जा रहा था। शारदा डैम का पानी सीधे शारदा नदी की ओर भेजा गया। लेकिन मंगलवार को जैसे ही शारदा नदी उफान पर आई वैसे ही डैम का पानी नदी में ना जाकर किसानों की फसलों में घुस गया।
नगरिया खुर्द कलां, नलडेंगा गांव में ग्रामीणों की सैकड़ों एकड़ सब्जी और धान की फसल जलमग्न हो गई। उधर आनन-फानन में डैम के पानी को बंद किया गया। लेकिन तब तक किसान बर्बाद हो चुके थे। बुधवार को भी किसानों के खेतों में फसलें पानी से डूबी हुई थी।
दर्जनों किसानों की धान की फसल तो सड़ने भी लगी। 2021 में आई आपदा से अभी तक ग्रामीण संभल नहीं पाए कि डैम के पानी ने फिर दर्जनों किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया। ऐसे में सीमावर्ती किसान अपने घरों में मायूस बैठे हुए है।
शारदा डैम के गेटों की मरम्मत का कार्य चल रहा है। इसलिए पानी छोड़ा गया था। पानी मंगलवार को ही बंद कर दिया गया है।- मुकेश चंद्र, सहायक अभियंता, शारदा सागर खंड।
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यहां पर अधिकतर ग्रामीण गरीब हैं। कर्जा लेकर फसल लगाई थी। फसल सड़ने लगी है। अब कर्जा कैसे निपटाया जाएगा।- गौर राय।
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शारदा सागर डैम के पानी ने चारों ओर तबाही मचा दी। जिम्मेदारों ने लापरवाही दिखाते हुए किसानों को बर्बाद कर दिया।- अशोक मंडल।
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अभी भी डैम का पानी खेतों में भरा हुआ है। इस बार शारदा नदी में बाढ़ से पहले ही डैम के पानी से फसलें बर्बाद हुई है।- बादल मंडल।
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गरीब किसानों की जो फसलें बर्बाद हुई है। उन फसलों का मुआवजा मिलना चाहिए। जिम्मेदारों को मामले की जांच भी करना चाहिए।- जदूनाथ मजूमदार।