Prayagraj News: रेलवे स्टेशनों पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा का होगा विस्तार, लगेंगे कियोस्क
रेलवे स्टेशन पर अब मोबाइल चार्ज करने के लिए बिजली के सॉकेट बोर्ड को ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। चार्जिंग के दौरान मोबाइल के गिरने चोरी हो जाने की समस्या भी खत्म होगी। मोबाइल सुरक्षित रहेगा और चार्ज भी हो जाएगा। यह होगा चार्जिंग कियोस्क के जरिए। रेलवे अपने स्टेशनों पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा में विस्तार कर रहा है। चार्जिंग के लिए प्लेटफार्म पर कियोस्क लगाए जाएंगे।
अमरीश मनीष शुक्ल, प्रयागराज। रेलवे स्टेशन पर अब मोबाइल चार्ज करने के लिए बिजली के सॉकेट बोर्ड को ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। चार्जिंग के दौरान मोबाइल के गिरने, चोरी हो जाने की समस्या भी खत्म होगी। मोबाइल सुरक्षित रहेगा और चार्ज भी हो जाएगा। यह होगा चार्जिंग कियोस्क के जरिए।
रेलवे अपने स्टेशनों पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा में विस्तार कर रहा है। चार्जिंग के लिए प्लेटफार्म पर कियोस्क लगाए जाएंगे। हालांकि अभी तक निशुल्क मिल रही इस सुविधा के लिए अब कुछ जेब भी ढीली करनी होगी। अभी तक रेलवे स्टेशन पर यात्री निशुल्क मोबाइल चार्ज करते थे। जगह जगह बिजली के बोर्ड के सॉकेट में चार्जर लगाकर मोबाइल चार्ज हो जाता है।
एक बोर्ड में दर्जनों मोबाइल चार्जर एक साथ काम करते हैं। यह रेलवे की निशुल्क यात्री सुविधाओं में है। पर अब कियोस्क मशीनों के जरिए रेलवे मोबाइल को चार्जिंग की सुविधा के बदले पैसा कमाएगा। सभी बड़े स्टेशनों पर कियोस्क मशीनें लगाई जा रही हैं।
उत्तर मध्य रेलवे प्रथम चरण में 22 कियोस्क मशीनें लगाएगा। योजना है कि प्रयागराज जंक्शन समेत कानपुर, झांसी, आगरा, ग्वालियर समेत बड़े स्टेशनों पर पहले चरण में यह सुविधा दी जाए। मशीन में लगे लाकर में मोबाइल रखकर यात्री कहीं जाता भी है तो उसका मोबाइल सुरक्षित रहेगा। इन मशीनों का क्रियान्वयन इसी वर्ष एनसीआर के कई रेलवे स्टेशनों पर होने लगेगा। इस सुविधा से मोबाइल चार्जिंग का तरीका बदल जाएगा।
कैसे करेगा काम?
एटीएम मशीन की तरह दिखने वाली इस मशीन में 24 लाकर होंगे। एक साथ सभी चार्ज हो सकेंगे। मोबाइल रखने के लिए पासवर्ड डालकर लाकर खोलना होगा। मोबाइल चार्ज करने के लिए दस रुपये की एक नोट मशीन में डालनी होगी। इससे बारकोड वाली एक स्लिप निकलेगी। बार कोड वाली स्लिप स्कैन करने पर लॉकर खुलेगा। स्क्रीन पर मोबाइल चार्जिंग का प्रतिशत बताता रहेगा। एक घंटे से अधिक समय बीतने पर दोबारा पैसे देने होंगे।