Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

GST Raid: उत्‍तराखंड में जीएसटी विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, इतने करोड़ की कर चोरी पकड़ी

GST Raid राज्य कर विभाग के 300 अधिकारियों ने शनिवार को जीएसटी विभाग की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। कार्रवाई से लकड़ी व्यवसायियों में हडकंप मच गया। इस दौरान छह प्रतिष्ठान सीज भी किए गए।

By abhay pandeyEdited By: Nirmala BohraUpdated: Sun, 05 Mar 2023 08:50 AM (IST)
Hero Image
GST Raid: कुमाऊं व गढ़वाल में 28 टीमों ने की एक साथ मिलकर की छापेमारी

जागरण संवाददाता, काशीपुर/ जसपुर: GST Raid : आयुक्त राज्य कर उत्तराखण्ड के निर्देशन में राज्य कर विभाग के 300 अधिकारियों ने शनिवार को जीएसटी विभाग की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान जसपुर के 27 व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, आवास, ट्रासपोटर्स, अधिवक्ताओं व चार्टड एकाउन्टेंट आदि एक साथ 27 टीमों ने छापेमारी की। इस दौरान छह: प्रतिष्ठान सीज भी किए गए।

कार्रवाई से लकड़ी व्यवसायियों में हडकंप मच गया। इसमें विशेष अनुसंधान शाखा द्वारा ऐसे व्यापारियों व्यक्तियों की जांच की जा रही थी जिनके द्वारा फेक ट्रेडिंग फर्म बनाकर अनुचित रूप से आइटीसी का लाभ लिया जा रहा था।

इसमें उक्त जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा विभिन्न पहचान पत्रों के दुरूपयोग करते हुए फर्जी फर्म बनाई गई व एक नेक्सेस बनाकर राज्य को भारी मात्रा में राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही थी। जांच में लगभग 100.00 विक्रयधन पर लगभग 18 करोड़ रूपये का कर चोरी सामने आया है।

कई प्रतिष्ठानों और घरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई

स्टेट जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा (एसआइबी) की टीम ने शनिवार को शहर जसपुर के सुभाष चौक, नई बस्ती, लकड़ी मंडी, डेरिया में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और घरों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। राज्य कर एसआइबी के डिप्टी कमिश्नर रजनीश सच्चितानंद ने जानकारी देते हुए बताया कि एक इनपुट के आधार पर कुमाऊं व गढ़वाल से तकरीबन 27 टीमों ने एक साथ जसपुर के 27 प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई।

इस दौरान टीमों ने विभिन्न फर्मों के लेनदेन के दस्तावेज अपने कब्जे में लिए। उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर आदि व हरियाणा में यमुनानगर आदि स्थानों को छदम बिल एवं माल आपूर्ति के बिना ही पेपर ट्रेडिंग के द्वारा फेक आईटीसी उपलब्ध कराई जा रही थी।

लकड़ी के इन फर्जी व्यापारियों द्वारा सिंडिकेट बनाकर जानबूझकर सेंट्रल, स्टेट क्षेत्राधिकार में बिना माल की आपूर्ति किये फर्जी इनवाईस जारी करते हुए ई-वे बिल जारी कर(आईटीसी) का अनाधिकृत रूप से लाभ लेकर राजस्व की भारी मात्रा में क्षति पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा था। इन फर्मों पर जीएसटी बिलों लकड़ी की खरीद कम और बिक्री ज्यादा मिलने के कई मामले सामने आए।

फर्जी बिल के जरिये जीएसटी चोरी करने वालें फर्मों से पूछताछ करते हुए दौरान लैपटॉप, कंपनियों के बिल, डिजिटल बिल, बिलिंग बाउंचर व अन्य दस्तावेज भी कब्जे में लिया गया।

पूरे मामले में करोड़ो का घोटाला सामने आने की उम्मीद है। मामले में देर रात तक कार्रवाई की टीम जसपुर में डटी रही। इस दौरान इस दौरान संयुक्त आयुक्त (एसआईबी), एस० नग्नयाल, उपायुक्त ठाकुर रणवीर सिंह, उपायुक्त रजनीश यशवस्थी शामिल रहे।

कार्रवाई से व्यापारियों में मचा हड़कंप, प्रतिष्ठान बंद कर भागे

जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा के एक साथ शहर में 27 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई से नगर के व्यापारियों में हड़कंप मचा रहा। अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद व्यापारी बाहर निकल गए। पूरे शहर में जीएसटी टीम के खौफ के चलते बाजार में मुख्य सड़कों पर दुकान बंद कर व्यापारी बाहर निकले हुए थे।

नई बस्ती में दो घरों में भी की गई छापेमारी

जसपुर में एक साथ 28 प्रतिष्ठानों में छापेमारी कार्रवाई के दौरान नई बस्ती में दो लकड़ी कारोबारियों के घर भी छापेमारी की गई। इस दौरान इन्हें दस्तावेज देखने के बाद इनहें सीज करने की कार्रवाई की गई। इसके अतिरिक्त एक अधिवक्ता व दो सीए के प्रतिष्ठानों से कागाजात व लॅपटॉप कब्जें में लिए गए।

कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन करने लगे व्यापारी

उद्योग व्यापार मंडल तथा लकड़ी व्यापार कल्याण समिति के सदस्यों ने व्यापारियों को विश्वास में नहीं लिए जाने का आरोप लगाकर विरोध किया। शनिवार को जीएसटी की टीमों ने सुभाष चौक लकड़ी मंडी आदि स्थानों पर छापामारी कर व्यापारियों के अभिलेखों की जांच की। टीमों की छापामारी से व्यापारियों में दहशत का माहौल रहा।

जीएसटी की टीमों की छापेमारी की सूचना मिलते ही देखते ही देखते व्यापारियों ने अपने शटर गिराकर अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। सड़कों पर टहलने लगे। छापेमारी से नगर में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। नगर के चौराहों पर लोग जमा होकर छापेमारी की चर्चा कर रहे हैं।

उधर जीएसटी अधिकारी की सूचना पर एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने जीएसटी टीम के साथ सहयोग देते हुए छापामारी वाले प्रतिष्ठानों पर जहां सबूत मिले उन दुकानों व घरों को सील करने की कार्रवाई अमल में लाई। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष तरुण गहलोत ने व्यापारियों के साथ छापेमारी स्थल पर पहुंचकर जीएसटी टीमों का विरोध किया उन्होंने कहा कि जीएसटी टीमों को छापेमारी करने से पहले व्यापारियों को विश्वास में लेना चाहिए था। इस अवसर पर राजाराम राजपूत, तरुण बंसल, नासिर अली, महफूज अली, राहुल अग्रवाल, चेतन बंसल आदि उपस्थित रहे।