भारत के प्रस्ताव पर सभी प्रमुख देश जी-20 में अफ्रीकन यूनियन को शामिल करने पर राजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के सदस्य देशों के नेताओं को जून में ही इस आशय का अनुरोध पत्र भेजा था। अफ्रीकन यूनियन को यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर सदस्य का दर्जा हासिल होगा। जी-20 का सदस्य बनने पर अफ्रीकी देश जलवायु परिवर्तन और कर्ज जैसे मसलों पर अपनी बात ज्यादा जोरदार तरीके से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रख सकेंगे। अभी जी-20 में 19 देश और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं।
एस.के. सिंह/अनुराग मिश्र, नई दिल्ली। जी-20 के अध्यक्ष के रूप में भारत को एक बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है। भारत के प्रस्ताव पर समूह के सदस्य देश अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्य बनाने पर सहमत हो गए हैं। इसकी घोषणा शिखर बैठक के दौरान किए जाने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 के सदस्य देशों के नेताओं को जून में ही इस आशय का अनुरोध पत्र भेजा था। अफ्रीकन यूनियन को यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर सदस्य का दर्जा हासिल होगा। जी-20 का सदस्य बनने पर अफ्रीकी देश जलवायु परिवर्तन और कर्ज जैसे मसलों पर अपनी बात ज्यादा जोरदार तरीके से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रख सकेंगे। नाइजीरिया ने इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को देते हुए कहा कि जी-20 में अफ्रीकन यूनियन को शामिल किया जाना एक महत्वपूर्ण कदम है। अभी जी-20 में 19 देश और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं। जी-20 की शिखर बैठक 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होगी।