तंबाकूरोधी कानून की धज्जियां उड़ा, स्मोकिंग-ड्रग्स को ग्लैमराइज कर रहे ओटीटी पर प्रसारित होने वाले ज्यादातर वेब सीरीज
कोविड के बाद से ही तेजी से दर्शक बटोर रहे ओवर दि टॉप यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म बेलगाम कंटेंट परोस रहे हैं। ज्यादा से ज्यादा दर्शक बटोरने के लिए ये ओटीटी प्लेटफॉर्म नशा खासकर स्मोकिंग को ग्लैमर के रूप में परोस रहे हैं। यूथ को खासकर इसका टार्गेट बनाया जा रहा है। जागरण की ओर से 5 ओटीटी प्लेटफॉर्म के 100 से अधिक वेबसीरीज के अध्ययन से यह सामने आया है।
नई दिल्ली, स्कन्द विवेक धर। ओवर दि टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म ने हमारे घरों में तेजी से अपनी जगह तो बना ली है, लेकिन अपनी जिम्मेदारियों से ये अब तक मुंह मोड़े बैठे हैं। इंटरनेट की आजादी के बहाने ये प्लेटफॉर्म समाज की भलाई के लिए बने भारतीय कानूनों को अंगूठा दिखा रहे हैं। तंबाकू रोधी कोटपा कानून के दायरे से बाहर होने के चलते ये स्मोकिंग और ड्रग्स को तो ग्लैमराइज कर ही रहे हैं, सेंसर बोर्ड के दायरे से बाहर होने का फायदा उठाते हुए ये अत्यधिक हिंसा और अश्लीलता भी परोस रहे हैं।