नई दिल्ली, जागरण प्राइम । चीन में फैला रहस्यमयी निमोनिया अब कई देशों तक पहुंच चुका है। अमेरिका और यूरोप के कई देशों में भी इसके लक्षण वाले मरीज सामने आए हैं। पिछले कई दिनों में भारत सहित एशिया के भी कुछ देशों में निमोनिया के मामले बढ़े हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में मिले मामले सामान्य निमोनिया के बैक्टीरिया के मामले हैं। इनका चीन से कोई संबंध नहीं है। रहस्यमयी निमोनिया कितना खतरनाक है, आपको इससे कितना सतर्क रहने की जरूरत है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है, इन मुद्दों पर हमने एम्स के पूर्व प्रोफेसर सुदीप मिश्रा, दिल्ली मेडिकल काउंसिल की साइंटिफिक कमेटी के चेयरमैन डॉक्टर नरेंद्र सैनी, आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर शरद अग्रवाल और ऑर्गनाइज्ड मेडिसिन अकेडेमिक गिल्ड के सेक्रेटरी जनरल डॉ ईश्वर गिलाडा से बात की। पेश हैं आपके कुछ सवालों के जवाब :- 

प्राइम के लेख सीमित समय के लिए ही फ्री हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए लॉगइन करें।

रुकावट मुक्त अनुभव
बुकमार्क
लाइक