जानलेवा हो रहा डेंगू का स्ट्रैन-2, अक्टूबर में भी सामने आए रिकॉर्ड मामले, ठंडी जगहों पर भी बढ़ रहे मरीज
अक्टूबर के अंत में भी रोजाना 60 फीसदी मामले डेंगू बुखार के आ रहे हैं। डेंगू के मामलों में वृद्धि के पीछे का कारण इस साल बारिश की अनियमितता हो सकती है। लोगों द्वारा अपने घरों में मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाना बड़ा कारण है। आईआईएससी के वैज्ञानिक डा. राहुल रॉय कहते हैं कि क्लाइमेट चेंज भी डेंगू फैलने की वजहों में से एक है।
नई दिल्ली, अनुराग मिश्र/ विवेक तिवारी। दिल्ली, यूपी, बिहार, जम्मू में इस बार अक्तूबर माह में भी डेंगू के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। दिल्ली के राज्यपाल वी.के सक्सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि तापमान में गिरावट के बावजूद दिल्ली में डेंगू के बढ़ते मामले और अस्पतालों में भर्ती होने वालों के आंकड़े चिंताजनक हैं। वहीं बिहार में डेंगू ने बीते तीन वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया है। इस वर्ष राज्य में डेंगू के अब तक 15 हजार मरीज मिल चुके हैं। इसमें सर्वाधिक 6084 मरीज अक्टूबर में मिले हैं। इसकी तुलना में सितंबर के शुरुआती 20 दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या सिर्फ 3187 थी। कमोबेश जम्मू, नागालैंड जैसे राज्यों में यही हालात हैं। शोधकर्ताओं और चिकित्सकों का मानना है कि बीते कुछ सालों में क्लाइमेट चेंज, तापमान में देर से गिरावट होने, अनियमित बारिश की वजह से डेंगू के संक्रमण काल की अवधि तीन माह से बढ़ गई है। अब यह करीब चार से साढ़े चार माह तक रहने लगा है।