एस.के. सिंह, नई दिल्ली। पराली की समस्या से निजात दिलाने के लिए एक स्टार्टअप ने पराली से ग्राफीन बनाने की विधि विकसित की है, जो स्टील से 200 गुना तक मजबूत माना जाता है। एक स्टार्टअप ने ऐसा बायो-रिपेलेंट बनाया है जो फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले पशु-पक्षियों को दूर भगाता है। एक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऐसी तकनीक विकसित की जिससे यह पता लगाना आसान हो गया है कि मिट्टी में कौन सा पोषक तत्व कितना है, फसल में कब और कितना खाद या पानी देना है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी जैसी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए एक स्टार्टअप ने सीफूड की ट्रेसेबिलिटी का सॉल्यूशन तैयार किया है। ट्रेसेबिलिटी का खास तौर से निर्यात में बड़ी महत्व होता है।

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