कराची, प्रेट्र। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस के प्रकोप का कारण पता करने में जुट गई है। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञों ने गुरुवार को चंदका मेडिकल कॉलेज में बच्चों के उपचार केंद्र से अपनी जांच शुरू की।

उन्होंने वहां एचआइवी संक्रमित मरीजों का जायजा लिया और उपचार के तरीकों को लेकर अस्पताल कर्मियों से बात की। सिंध के लरकाना जिले के रातोडेरो इलाके में एक महीने में एचआइवी के 681 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 537 बच्चे हैं जिनकी उम्र दो से 15 साल के बीच है।

एचआइवी संक्रमण तेजी से फैलने का कारण पता करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने डब्ल्यूएचओ से मदद मांगी थी। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि असुरक्षित सिरिंज और संक्रमित खून चढ़ाने से यह वायरस तेजी से फैला। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, एचआइवी की दर में तेजी के आधार पर पाकिस्तान एशिया में दूसरे स्थान पर है। 2017 में करीब 20 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हुए थे। डब्ल्यूएचओ की टीम के प्रमुख ओलिव मोर्गन ने कहा, हम यह भी पता लगाएंगे कि वायरस यहां कैसे पहुंचा?