दो दिन में लोगों ने 25 हजार करोड़ की ज्वैलरी खरीदी, 20 हजार करोड़ के वाहन और अन्य सामान बिके
इस वर्ष धनतेरस के दो दिनों में देश भर में लोगों ने 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की। इसमें ज्वैलरी का व्यापार लगभग 25 हजार करोड़ रुपये का हुआ। बाकी 20 हजार करोड़ की बिक्री ऑटोमोबाइल कम्यूटर फर्नीचर बर्तन मोबाइल आदि की हुई है।
नई दिल्ली, जागरण प्राइम। इस वर्ष धनतेरस के दो दिनों में देश भर में लोगों ने 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की। इसमें ज्वैलरी का व्यापार लगभग 25 हजार करोड़ रुपये का हुआ। बाकी 20 हजार करोड़ की बिक्री ऑटोमोबाइल, कम्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, साज-सज्जा के सामान, बर्तन, मोबाइल आदि की हुई है। सोमवार को दिवाली, 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और 27 अक्टूबर को भैया दूज होने के कारण इन दिनों में भी अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है। आम तौर पर कंज्यूमर गुड्स की 35-40 फीसदी बिक्री त्योहारों में ही होती है, लेकिन 2020 और 2021 कोरोना के साये में बीतने के बाद इस साल लोग पहली बार खुलकर त्योहार मना रहे हैं।
त्योहारों में 1.50 लाख करोड़ की बिक्री का अनुमान
बिक्री के शुरुआती आंकड़े देते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एक बयान में कहा कि शनिवार और रविवार, दो दिन देश भर के बाज़ारों में ग्राहकों की उमड़ी भीड़ से पता चलता है कि दो वर्ष कोरोना के कारण बाजार से दूर रहने वाले ग्राहक अब पूरे जोर-शोर से लौट आए हैं। कैट का अनुमान है कि इस वर्ष त्योहारों पर बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के पार होगा। खंडेलवाल ने बताया कि देश भर के बाज़ारों में भारतीय सामान को ही प्रमुखता दी जा रही है, जिसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की बिक्री में 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होगा।
सोना आयात कम, पुराने स्टॉक का इस्तेमाल
कैट के सहयोगी संगठन आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में सोने की मांग में सालाना आधार पर 80% तक की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि 2021 के मुकाबले 2022 में सोना आयात 11.72% कम हुआ है। पिछले वर्ष पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया था, जो इस साल 308.78 टन रह गया। लेकिन इसकी भरपाई कोरोना काल में कम बिक्री से बने रिजर्व स्टॉक से की गई। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने पुराने गहने देकर नए गहने भी बनवाए हैं। उन्होंने बताया कि दो दिन के धनतेरस त्योहार के चलते देश भर में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये के सोना, चांदी और डायमंड के गहने, सिक्के, मूर्तियों की बिक्री हुई है।
धनतेरस के पहले दिन, शनिवार को दिल्ली में सोने का भाव 50,140 रुपये प्रति 10 ग्राम था। पिछले साल धनतेरस के दिन यहां सोने की कीमत 47,750 रुपये के आसपास थी। CAIT और AIJGF के अनुसार करवा चौथ (13 अक्टूबर) के दिन करीब 3,000 करोड़ रुपये के सोने-चांदी के गहनों की बिक्री हुई थी। 2021 में 2,200 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी।
दो दिन में 6,000 करोड़ के वाहन बिके
शुरुआती अनुमान के अनुसार दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं इससे संबंधित सामान में 2500 करोड़, एफएमसीजी में 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स में 1 हजार करोड़, बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, कपड़े में लगभग 1500 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है।
पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारों में टीवी, होम अप्लायंसेज, एफएमसीजी और कपड़ों की ऑफलाइन तथा ऑनलाइन बिक्री वॉल्यूम के लिहाज से 8 से 10 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है। बाजार को केंद्र सरकार के 41.8 लाख कर्मचारियों और 69.7 लाख पेंशनधारकों का 4% डीए बढ़ने का भी फायदा मिला है। इसके अलावा रेल कर्मचारियों को 78 दिनों का प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव भी मिला है।
ऑनलाइन बिक्री में छोटे शहरों से डिमांड
इस वर्ष त्योहारों की शुरुआत भी बहुत अच्छी रही। ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट का दावा है कि सितंबर के अंत में आठ दिन तक चले बिग बिलियन डेज आयोजन में 100 करोड़ से अधिक ग्राहक प्लेटफॉर्म पर आए। इसमें 60% से ज्यादा ग्राहक टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे। छोटे शहरों से फैशन और लाइफस्टाइल चीजों की डिमांड पिछले साल से 45% ज्यादा रही। इलेक्ट्रॉनिक्स और बड़े अप्लायंसेज की मांग 20% अधिक रही। मोबाइल फोन की कुल बिक्री में 50% से अधिक 20,000 रुपये से अधिक कीमत वाले प्रीमियम फोन थे। प्रीमियम फोन खरीदने वाले 44% खरीदार टियर-2 और टियर-3 शहरों के थे।
प्लेटफॉर्म पर आधे से अधिक विक्रेताओं का बिजनेस बीते साल की तुलना में 1.5 गुना अधिक रहा। इसमें किराना स्टोर्स का भी बड़ा योगदान था। फ्लिपकार्ट में कस्टमर ग्रोथ विभाग की सीनियर डायरेक्टर मंजरी सिघल के अनुसार, “घरेलू ईकॉमर्स मार्केटप्लेस के तौर पर हम ग्राहकों और विक्रेताओं, दोनों की आकांक्षाओं को समझते हैं। हम पूरे इकोसिस्टम के लिए वैल्यू क्रिएट करने के लिए संगठित प्रयास करते रहेंगे।”
मार्केट कंसल्टेंसी फर्म रेडसीर के अनुसार त्योहारों के पहले सात दिनों में ऑनलाइन बिक्री 27% बढ़ी और कंपनियों ने करीब 40,000 करोड़ रुपये का सामान बेचा। इसमें ग्रॉस मर्केंडाइज वैल्यू (GMV) के लिहाज से फ्लिपकार्ट 62% के साथ नंबर एक पर रही। अमेजन का हिस्सा 26% था। वॉल्यूम में फ्लिपकार्ट का हिस्सा 49%, मीशो का 21% रहा। जीएमवी में 41% मोबाइल फोन का (हर घंटे 56,000 फोन) और फैशन का 20% था।