नई दिल्ली, विवेक तिवारी। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में ड्रोन का जितना इस्तेमाल हो रहा है, उतना शायद ही पहले किसी युद्ध में हुआ हो। रूस ईरान में बने आत्मघाती ड्रोन 'शहीद-136' का इस्तेमाल कर रहा है, तो यूक्रेन तुर्की में बने 'बेरक्तार टीबी2' ड्रोन्स से रूस के सैन्य ठिकानों को तबाह कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में युद्ध में ड्रोन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। संभव है कि ड्रोन ही युद्ध में निर्णायक साबित हों। भारत में नशे की खेप और आतंकियों को जरूरत का सामान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान भी ड्रोन का प्रयोग कर रहा है।

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