रूस-यूक्रेन युद्ध में ड्रोन वॉर, भारत के खिलाफ नशा और आतंकवाद फैलाने में इनका इस्तेमाल बढ़ा
भारत में ड्रोन इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ड्रोन इंडस्ट्री 2027 तक तीन गुना हो जाएगी जो अभी 2.1 बिलियन डॉलर की है। ड्रोन इंडस्ट्री में आने वाले समय में युवाओं को काफी संख्या में रोजगार भी मिलेगा।
नई दिल्ली, विवेक तिवारी। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में ड्रोन का जितना इस्तेमाल हो रहा है, उतना शायद ही पहले किसी युद्ध में हुआ हो। रूस ईरान में बने आत्मघाती ड्रोन 'शहीद-136' का इस्तेमाल कर रहा है, तो यूक्रेन तुर्की में बने 'बेरक्तार टीबी2' ड्रोन्स से रूस के सैन्य ठिकानों को तबाह कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में युद्ध में ड्रोन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। संभव है कि ड्रोन ही युद्ध में निर्णायक साबित हों। भारत में नशे की खेप और आतंकियों को जरूरत का सामान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान भी ड्रोन का प्रयोग कर रहा है।