मध्य वर्ग को शिक्षा, स्वास्थ्य और ट्रांसपोर्टेशन के बढ़ते खर्च की चिंता, पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत करना है समाधान
भारतीय शहरों का आकार देश के कुल एरिया का सिर्फ 3% है लेकिन जीडीपी में योगदान 60% है। नीति आयोग ने 2022 की एक रिपोर्ट में बताया कि भारत की शहरी आबादी 46 करोड़ है। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्बन कम्युनिटी है। आज के मध्य वर्ग की खासियत है कि डिजिटल टेक्नोलॉजी के प्रति इनका झुकाव अधिक है। ये ब्रांड और बेहतर लाइफस्टाइल पसंद करते हैं।
एस.के. सिंह, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को देखते हुए जागरण न्यू मीडिया मतदाताओं को जागरूक करने के मकसद से ‘मेरा पावर वोट- नॉलेज सीरीज’ लेकर आया है। इसमें हमारे जीवन से जुड़े पांच बुनियादी विषयों इकोनॉमी, सेहत, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा पर चर्चा की जा रही है। हमने हर सेगमेंट को चार हिस्से में बांटा है- महिला, युवा, शहरी मध्य वर्ग और किसान। इसका मकसद आपको एंपावर करना है ताकि आप मतदान करने में सही फैसला ले सकें। इस नॉलेज सीरीज में बात इकोनॉमी और शहरी मध्य वर्ग की।