विदेशी विश्वविद्यालयों के लिए भारत में कैंपस की राह खुली, डिजिटल यूनिवर्सिटी से गांव तक पहुंचेगी नई शिक्षा
नई शिक्षा नीति का प्रभाव इस साल दिखाई देगा। अगस्त तक डिजिटल यूनिवर्सिटी के शुरू होने और विदेशी शैक्षणिक संस्थानों के भारत में कैंपस खुलने की राह से शहर से गांव तक के छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ सालों में भारतीय शिक्षा विश्वव्यापी होगी। इस साल विश्वविद्यालय स्तर पर कई कोर्स और पढ़ाई के पैटर्न में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव मिलेंगे।
नई दिल्ली, संदीप राजवाड़े। भारत में नया साल शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाला है। देश में नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है। नई शिक्षा नीति में वोकेशनल स्टडीज पर फोकस किया गया है। 9वीं से 12वीं क्लास के दौरान बच्चे अपने मनपसंद विषयों को सिलेबस में शामिल कर पाएंगे। दुनिया की शीर्ष विश्वविद्यालयों को भारत में संचालन की अनुमति दी जाएगी। यही नहीं आगामी जुलाई-अगस्त तक डिजिटल यूनिवर्सिटी के खुलने से शहरी क्षेत्र से लेकर गांव तक के छात्रों को विश्वस्तरीय कौशल- शिक्षा मिल पाएगी। इस साल विश्वविद्यालय स्तर पर कई कोर्स और पढ़ाई के पैटर्न में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके तहत स्कूलों के पाठ्यक्रम तैयार करने के साथ यूजीसी की तरफ से एजुकेशन चैनल लांचिंग की तैयारी की जा रही है। इससे व्यापक रूप में कस्बों-गांव के छात्रों को लाभ मिलेगा।