जागरण प्राइम टीम, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2023-24 के बजट में ‘सप्त ऋषि’ का उल्लेख किया है। अनेक पौराणिक ग्रंथों में सप्त ऋषियों का उल्लेख मिलता है। पुराणों के अनुसार, सप्तर्षियों का जन्म ब्रह्मा जी के मस्तिष्क से हुआ था और शिव जी ने गुरु का दायित्व संभालते हुए उन्हें शिक्षा दी थी। सप्त ऋषि ज्योतिष में भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वित्त मंत्री ने अपनी बजट घोषणाओं को सात भागों में बांट कर उन्हें ‘सप्त ऋषि’ नाम दिया है। आइए जानते हैं ये ‘सप्त ऋषि’ कौन हैं और उनके लिए बजट में क्या प्रावधान किए गए हैं।

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