अगले वर्ष विश्व विकास दर घटने का अंदेशा, इसलिए घरेलू अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना भारत के लिए होगा फायदेमंद
मजबूत बुनियाद के दम पर भारत दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था बना हुआ है। अनुमान है कि अगले वर्ष ही नहीं आने वाले कई वर्षों तक यही स्थिति रहेगी। वह भी तब जब वैश्विक विकास दर के अनुमान घटाए जा रहे हैं। अमेरिका चीन और यूरोप में अगले साल विकास दर घटने का अंदेशा तो है ही जर्मनी और जापान में मंदी की भी आशंका है।
एस.के. सिंह, नई दिल्ली। आने वाले समय में विश्व अर्थव्यवस्था में भारत का क्या महत्व होगा, इसे वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के हाल के दो बयानों से समझा जा सकता है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “इनक्रेडिबल इंडिया (अतुल्य भारत) अब इनएविटेबल इंडिया (अपरिहार्य भारत) बनता जा रहा है। अगले 25 वर्षों तक यही स्थिति रहेगी। भारत न सिर्फ दुनिया का ग्रोथ इंजन बनेगा, बल्कि यह कई दशकों तक विश्व अर्थव्यवस्था को गति देता रहेगा।” एक अन्य कार्यक्रम में वे बोले, “भारत में बेशुमार मौके हैं जो दिनों-दिन बढ़ते रहेंगे...। दुनिया जान चुकी है कि भारत में बढ़ती मांग को देखते हुए यहां आने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है।”