क्लाइमेट प्रतिरोधी फसल, जीन एडिटिंग के साथ फर्टिलाइजर के सही इस्तेमाल के बारे में भी जागरूकता आवश्यक
भारत में कृषि में 50 फीसद जमीन 80 फीसद पानी में जितना केमिकल हम इस्तेमाल करते हैं वह बहुत है। 40 फीसद जितना केमिकल देश इस्तेमाल करता है वह कृषि में इस्तेमाल होता है। हमेशा यह डिस्कशन होता है कि हमारे फार्मर छोटे हैं हम उसको कैसे डील करेंगे। हम समझते हैं कि पर्यावरण का मुद्दा किसान भाइयों के इंटरेस्ट में नहीं है।
नई दिल्ली, जागरण प्राइम। जलवायु परिवर्तन के असर से पूरी दुनिया प्रभावित है। मौसम में इसके प्रभाव अब साफ दिखने लगे हैं। मौसम में बदलाव का सबसे अधिक असर कृषि क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। इस आपदा से निपटने के लिए कई समाधान भी है। जागरण कृषि पंचायत में एग्रो केमिकल फेडरेशन के प्रमुख कल्याण गोस्वामी, आईफॉरेस्ट के सीईओ चंद्रभूषण और टेरी के सतत कृषि प्रभाग में विशिष्ट फेलो डॉ. अरविंद कपूर ने क्लाइमेट चेंज का फसलों पर असर विषय पर अपने विचार रखें।