एस.के. सिंह, नई दिल्ली। भारत मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में चीन की जगह लेता जा रहा है। मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और नेशनल मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक मोबाइल फोन बनाने वाला देश बन चुका है। फोन के अलावा ऑटोमोबाइल और सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी देसी-विदेशी कंपनियां यहां अपना मैन्युफैक्चरिंग बेस बना रही हैं। लक्ष्य 2025 तक जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी 25% तक ले जाने का है। इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन के अनुसार भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 2025 तक एक लाख करोड़ डॉलर का हो सकता है।

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