नई दिल्ली, जागरण प्राइम। दिल्ली और एनसीआर में हीटवेव का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने हालात को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हीटवेव जानलेवा होने लगी है। विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के मुताबिक 1990 के बाद से 30 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो दुनिया भर में 1.53 लाख से अधिक मौतें हीटवेव से हुई हैं। इनमें से सबसे ज्यादा लोगों की मौत भारत में हुई है। हीटवेव के चलते होने वाली मौतों में भारत की हिस्सेदारी 20.7 फीसदी है। अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि पूरी दुनिया में हीटवेव के चलते होने वाली मौतों में से आधी एशिया में दर्ज की गईं। वहीं नेचर जर्नल  में छपि एक स्टडी के मुताबिक 2023 पिछले 2 हजार साल में भी सबसे गर्म रहा। वैज्ञानिक बढ़ती गर्मी के लिए ग्लोबल वार्मिंग को जिम्मेदार मान रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बढ़ते तापमान पर लगाम लगाने के लिए समय पर इंतजाम नहीं किए गए तो 2050 तक करोड़ों बुजुर्गों और संवेदशील लोगों का जीवन मुश्किल में पड़ सकता है। 

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