नई दिल्ली, अनुराग मिश्र।मोबाइल फोन सेवा की जब शुरुआत हुई तब कॉल दरें काफी महंगी थीं। आउटगोइंग के साथ इनकमिंग कॉल के लिए भी तब पैसे चुकाने पड़ते थे। मोबाइल हैंडसेट भी महंगा था। इसलिए शुरुआत में इसका विस्तार बहुत धीमी गति से हुआ। लेकिन बीते दो दशकों में टेलीकॉम मार्केट में आए बूम ने ऐसा धमाल मचाया कि आज हर हाथ में मोबाइल तो ही है, डाटा और कॉलिंग दरें भी दुनिया के शीर्ष देशों के मुकाबले किफायती हैं। संसद में सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार भारत में 80.19 करोड़ मोबाइल इंटरनेट उपभोक्ता हैं।

प्राइम के लेख सीमित समय के लिए ही फ्री हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए लॉगइन करें।

रुकावट मुक्त अनुभव
बुकमार्क
लाइक