हिमालय में दिख रहा जलवायु परिवर्तन का असर, बढ़ती गर्मी और बदलते मौसम से बर्फबारी को तरसे पहाड़
पहाड़ों में इस साल अब तक बर्फबारी न के बराबर हुई है। मौसम में आए इस बदलाव के लिए मौसम वैज्ञानिक अल नीनो को जिम्मेदार मान रहे हैं। वहीं इस साल आने वाले पश्चिमी विक्षोभ बेहद कमजोर हैं जो अरब सागर से पर्याप्त नमी नहीं ला पा रहे हैं। इससे बर्फबारी के लिए अनुकूल स्थितियां नहीं बन पा रही हैं।
नई दिल्ली, विवेक तिवारी । नए साल की शुरुआत के साथ ही हर साल हिमालय के पहाड़ बर्फ की सफेद दूधिया चादर से ढक जाते हैं। पहाड़ों पर जमी बर्फ की चमक को देखने और बर्फबारी का मजा लेने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक खिंचे चले आते हैं। लेकिन इस साल पर्यटकों को बर्फबारी के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। बर्फबारी का मौसम लगभग खत्म होने को है, अब पहाड़ों में बर्फबारी शुरू है। मौसम में आए इस बदलाव के लिए मौसम वैज्ञानिक अल नीनो को जिम्मेदार मान रहे हैं। वहीं इस साल आने वाले पश्चिमी विक्षोभ बेहद कमजोर रहे जो अरब सागर से पर्याप्त नमी नहीं ला पा रहे हैं। इससे बर्फबारी के लिए स्थितियां नहीं बन पा रही हैं।