समृद्ध देश बनने के लिए अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं, क्वालिटी रोजगार और मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर जरूरी
विकास समाज के हर वर्ग गांव-शहर और छोटे-बड़े उद्योग सबके लिए होना चाहिए। इसके बिना विकास न स्थायी होगा न स्थिर और सस्टेनेबल होगा। समृद्ध बनने के लिए आमदनी का स्तर तो बढ़ाना जरूरी है ही आय में असमानता कम करना भी उतना ही अहम है। क्वालिटी शिक्षा और स्किल के साथ क्वालिटी रोजगार चाहिए ताकि हम डेमोग्राफिक डिविडेंड का पूरा लाभ उठा सकें।
एस.के. सिंह, नई दिल्ली। भारत का सपना समृद्ध और विकसित देश बनने का है। लेकिन इसका रास्ता क्या होना चाहिए? विशेषज्ञ मानते हैं कि आर्थिक विकास का समावेशी होना जरूरी है। उनके मुताबिक समावेशी विकास वांछनीय नहीं बल्कि ‘आवश्यक आवश्यकता’ है। विकास समाज के हर वर्ग, गांव-शहर और छोटे-बड़े उद्योग सबके लिए होना चाहिए। इसके बिना विकास न स्थायी होगा, न स्थिर और सस्टेनेबल होगा। समृद्ध बनने के लिए आमदनी का स्तर तो बढ़ाना जरूरी है ही, आय में असमानता कम करना भी उतना ही अहम है। क्वालिटी शिक्षा और स्किल के साथ क्वालिटी रोजगार चाहिए ताकि हम डेमोग्राफिक डिविडेंड का पूरा लाभ उठा सकें। चंद शहरों में नहीं, बल्कि पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करनी पड़ेंगी ताकि ह्यूमन डेवलपमेंट के तमाम मानकों में छलांग लगा सकें। इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ रक्षा क्षेत्र को भी मजबूत करना पड़ेगा। हर क्षेत्र में आरएंडडी पर फोकस करते हुए टेक्नोलॉजी का विकास करना पड़ेगा। साथ ही, जेंडर इक्वलिटी को भी हकीकत बनाना पड़ेगा। ‘समृद्ध भारत’ सीरीज में हम इन सभी विषयों पर अलग-अलग फोकस करेंगे और विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर समाधान भी लाएंगे। सीरीज के इस पहले लेख में एक समग्र रूप बताने की कोशिश की गई है।