[ सूर्यकुमार पांडेय ]: यदि किसी कर्मचारी के सिर पर उसके बॉस ने वरदहस्त रखा हुआ हो तो उसे अपनी जॉब को लेकर फालतू की टेंशन नहीं पालनी पड़ती और कोई काम भी नहीं करना पड़ता। मुझे अपने एक मित्र के श्रीमुख से जब यह अलौकिक ज्ञान सुनने को मिला तो मैंने पलटकर प्रश्न किया, ‘यार, मुझको भी अपने बॉस को पटाने की तरकीब बताओ। मेरा बॉस तो हमेशा ही मुझसे चिढ़ा रहता है।’ मित्र ने पूछा, तुम्हारा बॉस महिला है या पुरुष!’

प्रसन्न करने के अलग-अलग फार्मूले

मैंने प्रतिप्रश्न किया, ‘क्या दोनों को प्रसन्न करने के अलग-अलग फार्मूले हैं?’ वह बोला, ‘भाई, इस मामले में जेंडर इक्वेलिटी नहीं चलती।’ मैंने कहा, ‘वैसे मेरा बॉस पुरुष है। वह अपनी नाक पर मक्खी भी नहीं बैठने देता। समझ लो, टफ किस्म का केस है।’ मित्र अपनी जुबान से अतिशय आत्मविश्वास की चाशनी टपकाता हुआ बोला, ‘कितना भी टफ हो, आखिर है तो इंसान ही। मैं अपने बीस साल के सेवाकाल में एक से बढ़कर एक खूसट बॉसेज को पटाने का तजुर्बा रखता हूं। तुम भी अगर मेरे कहे अनुसार चलोगे तो सदा सुखी रहोगे और कितना भी काम हो, तुम्हें काम नहीं करना पड़ेगा।’

दंद-फंद बिल्कुल नहीं आते

मैं भी अपने संकोच की पोटली का मुंह खोलते हुए उससे बोला, ‘दोस्त, कहीं मेरा दांव उलटा पड़ गया तो अपनी नौकरी से भी हाथ धो बैठूंगा। तुम तो जानते ही हो, मुझे ये सारे दंद-फंद बिल्कुल नहीं आते।’

बॉस वशीकरण मंत्र के सूत्र

मेरा मित्र ठहाके लगाता हुआ कहने लगा, ‘हिम्मत क्यों हारते हो? मैं तुम्हें कुछ सूत्र बताऊंगा। मेरे पास सिद्ध फार्मूला है। तुम भी कल से ही उनके अनुसार चलना शुरू कर दो। अगर मेरे सिखाए हुए सूत्र कारगर साबित नहीं हो पाए तो मैं अपनी मूंछें मुंडवा लूंगा।’ मैंने उसके चेहरे को गौर से देखा। मूंछ क्या, मूंछ का एक बाल तक नहीं था। फिर भी उस रोज मेरे उस मित्र ने जो तत्वज्ञान दिया था, उन पर अमल करने के बाद मैं आज परम सुखी प्राणी हूं। जो नौकरी मुझे काटने दौड़ती थी, अब मुझे उसमें रस आने लगा है। अपने कार्यस्थल पर सदा टेंशनित रहने वालों के लाभार्थ मैं इस गोपनीय विद्या का खुलासा कर रहा हूं। इस अमोघ सूत्र का सतत प्रयोग जॉब के आनंद में सौगुना वृद्धि का कारक है। इसे स्वयं तो अपनाएं, साथ में अपने अन्य सहकर्मियों के बीच भी इसका प्रचार-प्रसार करते रहिए। लोगों के लाभार्थ मैं बॉस वशीकरण मंत्र के सूत्र पेश कर रहा हूं।

बॉस के समीप रहिए

अपने बॉस से कलीग्स की चुगली करने का कोई भी अवसर हाथ से न जाने दें। अगर आपका निजी मकान हो तो उसको किराये पर उठाकर अपने बॉस के मोहल्ले में किराये का मकान ले लें। इस तरह सामीप्य का लाभ उठाइए। आप अपने बॉस के दरवाजे पर बिना नागा किए पहुंचिए। सुबह-शाम का एक चक्कर आपको ऑफिस की चकरघिन्नी से मुक्ति दिलाने में सहयोगी बन जाएगा। आप यह भी पता कीजिए कि आपके बॉस के मॉर्निंग वॉक का क्या टाइम है? आप भी उसी समय उठिए और टहला कीजिए। हर दिन प्रात: नमस्कार आपकी सेवा को सुखमय बनाए रखने में सहायक होगा।

बॉस के ड्राइवर और घरेलू नौकर से यारी-दोस्ती

आप अपने बॉस के ड्राइवर और घरेलू नौकर से यारी-दोस्ती गांठिए। इससे आप उसके घर में घुसपैठ का सहज मार्ग पा सकते हैं। अगर आपने एक बार बॉस के घर में घुसपैठ कर ली तो सफलता अवश्यंभावी है। आपको जब भी शॉर्टलीव लेने का मन हो, अपने बॉस से विनम्रतापूर्वक रेलवे रिजर्वेशन कराने, बच्चों की फीस भरवाने या बैंक-पोस्ट ऑफिस का कोई काम पूछिए और कहिए कि सर, उधर ही जा रहा हूं, करता आऊंगा। इस तरह बॉस के एक-दो काम हाथ में ले लीजिए, फिर चाहे पूरे दिन अपने दफ्तर से फरार रहिए।

बॉस के घर उचित मौके पर बिना बुलाए ही पहुंच

आपके बॉस के घर पर कब कोई बर्थडे पार्टी है या फिर पूजा-पाठ या शादी-ब्याह का कार्यक्रम है, इसकी पुख्ता जानकारी भी जुटाते रहिए। उचित मौके पर बिना बुलाए ही पहुंच जाइए। फिर खीसे निपोरते हुए कहिए- सर लगता है, मैं गलत टाइम पर आ गया हूं। फिर बिना कहे ही काम में हाथ बटाने लग जाइए। इस तरह आप अपने बॉस के चहेते बन जाएंगे। बॉस के ऑफिसेत्तर शौकों पर बराबर नजर बनाए रखना भी आपके लिए लाभदायक हो सकता है। आप उनके शौक की पूर्ति में तन-मन-धन से जुट जाइए। फिर देखिएगा कि कौन ऐसा बॉस है, जो स्वयं आपके वश में नहीं हो जाता है?

ऑफिस में काम न करने का सुख

मैंने मित्र की सलाह मानी और उस पर अमल कर ऑफिस में काम न करने का सुख उठा रहा हूं। आप भी इसे आजमाइए और काम न करते हुए काम करिए।

[ लेखक हास्य-व्यंग्यकार हैं ]