रॉयटर, नई दिल्ली। भारत सरकार ने कहा है कि चीन के साथ संबंध सामान्य बनाने के लिए सीमा पर शांति महत्वपूर्ण है। रॉयटर की एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह बात कही।

रॉयटर ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सीमा पर गतिरोध के बीच भारत चीन के साथ सीधी उड़ान फिर से शुरू करने के लिए उत्सुक नहीं है। चीन चार साल के ठहराव के बाद भारत के साथ सीधी यात्री उड़ानें फिर से शुरू करने के लिए कह रहा है। लेकिन भारत इसका विरोध कर रहा है, क्योंकि सीमा विवाद दोनों देशों के आपसी संबंधों पर भारी पड़ रहा है।

सीधी उड़ान नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर रणधीर जायसवाल ने पत्रकारों से कहा कि चीन के साथ संबंध सामान्य होने के लिए सीमा पर शांति और स्थिरता महत्वपूर्ण है। हालांकि, उन्होंने विस्तार से कुछ नहीं कहा। उल्लेखनीय है कि जून 2020 में सैन्य झड़प के बाद से भारत और चीन के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। दोनों पक्षों की ओर से हजारों सैनिक अभी भी सीमा पर डटे हुए हैं।

निखिल गुप्ता की ओर से राजनयिक पहुंच का नहीं मिला है अनुरोध

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार निखिल गुप्ता की ओर से भारतीय अधिकारियों को राजनयिक पहुंच का कोई अनुरोध नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, उन्हें 14 जून को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। हमें अभी तक उनकी ओर से राजनयिक पहुंच के लिए कोई अनुरोध नहीं मिला है, लेकिन उनके परिवार ने हमसे संपर्क किया है।

हज यात्रा के दौरान 98 भारतीयों की मौत

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वार्षिक हज यात्रा के दौरान 98 भारतीयों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर जायरीनों की मौत प्राकृतिक कारणों, पुरानी बीमारियों और अधिक उम्र के कारण हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पिछले साल हज यात्रा के दौरान 187 भारतीयों की मौत हुई थी।

जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, हर साल भारत से बड़ी संख्या में जायरीन हज पर जाते हैं। दुर्भाग्य से कुछ जायरीन हज यात्रा के दौरान ही मर जाते हैं। इस साल 1.75 लाख भारतीय हज के लिए मक्का गए।